Ayodhya Ke Ram: अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर पूरे देश में उत्साह का महौल है. इसी क्रम में राजस्थान में भी बीजेपी ने सभी धार्मिक और सार्वजनिक स्थलों पर साफ-सफाई का अभियान शुरू किया है. धार्मिक स्थलों पर आयोजित कार्यक्रमों के जरिए बीजेपी का मकसद आम जन को 22 जनवरी को होने वाले समारोह से जोड़ना है. राजस्थान सरकार ने इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए व्यापक कदम उठाए हैं.
राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी ने मकर सक्रांति के पर्व के अवसर पर सभी धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक स्थलों पर साफ-सफाई के साथ-साथ उनकी सजावट का अभियान शुरू किया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने साफ-सफाई और सजावट के इस पखवाड़े की शुरुआत छोटी काशी के नाम से मशहूर जयपुर के प्राचीन श्री रामचंद्र जी मंदिर से की है.
प्रभु श्री राम के भव्य आगमन पर रामकाज में जुटा म्हारा राजस्थान!
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) January 14, 2024
अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के पावन-पुनीत अवसर के निमित्त माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के आह्वान पर 14 जनवरी से 22 जनवरी तक मंदिरों एवं तीर्थक्षेत्रों के आस पास स्वच्छता अभियान के तहत आज… pic.twitter.com/cR1wlC4fob
प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने खुद श्री रामचंद्र जी के मंदिर में देवस्थान विभाग मंत्री जोराराम कुमावत और विधायक के साथ-साथ बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ झाड़ृ लगाकर विशेष अभियान को शुरू किया. इतना ही नहीं 21 जनवरी तक देवस्थान विभाग को 519 से ज्यादा मंदिरों को साफ-सफाई और सजावट का जिम्मा सौंपा गया है. देवस्थान विभाग के मंदिरों में साफ-सफाई और सजावट के लिए सरकार ने दस-दस हजार रुपये का भुगतान भी किया है. मंदिरों के कायाकल्प को लेकर सरकार ने आमजन से भी आगे आने की अपील की है.
देवस्थान विभाग मंत्री जोगाराम कुमावत ने बताया कि 21 जनवरी के बाद 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दिन साफ-सफाई के साथ साथ देवस्थान विभाग के सभी मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की व्यवस्था की गई है. देवस्थान विभाग के मंदिरों के साथ-साथ सरकार ने सभी निजी ट्रस्ट के मंदिरों, सार्वजनिक स्थानों पर बने मंदिरों और निजी मंदिरों को भी साफ सफाई और सजावट के मिशन में जोड़ा है.
मंत्री जोगाराम कुमावत ने कहा है कि 22 जनवरी तक विशेष साफ-सफाई और सजावट करने वाले मंदिरों में से 100 मंदिरों को देवस्थान विभाग की ओर से पुरस्कृत किया जाएगा. पुरस्कार देवस्थान विभाग के मंदिरों के साथ-साथ निजी, ट्रस्ट और सार्वजनिक स्थलों को भी मिल सकते हैं. मंत्री ने कहा है कि बेहतर सजावट और सफाई करने वाले मंदिरों से ऑनलाइन आवेदन विभाग की वेबसाइट पर मांगे जाएंगे. धार्मिक स्थलों पर सजावट की जिम्मेदारी पार्टी के नेताओं, विधायकों और सांसदों सौंपी गई है.