Ayodhya Ke Ram: 22 जनवरी 2024 को रामलला भव्य राम मंदिर में विराजमान होंगे. अयोध्या में होने वाले इस समारोह को लेकर देश ही दुनिया के लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है. इस बीच मध्य प्रदेश (Madhya Pradesyh) सरकार ने 22 जनवरी तक होने वाले अलग-अलग कार्यक्रमों की रूप-रेखा जारी की है. मोहन यादव सरकार के धर्मस्व विभाग ने प्रदेश के सभी जिले के कलेक्टरों को आदेश जारी किया है. आदेश में 16 जनवरी से 22 जनवरी तक के कार्यक्रमों की विस्तृत रूप रेखा दर्ज है.
प्रदेश में सरकार के इस आदेश को लेकर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है. कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि किसी भी सरकार को किसी विशेष धर्म से खुद को अलग रखना चाहिए. सरकार पूरे समाज की होती है.
कुछ अहम आदेशों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने आपत्ति जताई है. मसलन सभी सरकारी इमारतों और स्कूल-कॉलेजों में साज-सज्जा, प्रदेश के सभी शासकीय दफ्तरों में 16 से 21 जनवरी तक विशेष सफाई अभियान, 21 जनवरी से 26 जनवरी तक सभी सरकारी दफ्तरों में लाइटिंग की व्यवस्था, स्पेशल ट्रेनों और सड़क मार्गो से अयोध्या जा रहे तीर्थ यात्रियों के सम्मान/स्वागत की व्यवस्था वगैरह.
मोहन सरकार के इन फैसलों पर कांग्रेस हमलावर है. कांग्रेस का कहना है सरकार धर्म निरपेक्ष होती है. हर धर्म की सरकार होती है. हो सकता है ऐसा कहने पर हमें राम विरोधी कहा जाए मगर अधिकारी सरकार के आदेश का पालन कर रहे हैं, ये संविधान के खिलाफ है. कांग्रेस ने सवाल उठाया कि क्या ईद पर किसी मस्जिद में साफ सफाई होगी? क्या गुरुद्वारों में साफ सफाई होगी या उन्हें सजाया जाएगा?
बता दें कि, मोहन यादव सरकार के आदेश के मुताबिक 16 जनवरी से 22 जनवरी तक हर मंदिर में जन सहयोग से राम कीर्तन का आयोजन कराया जाए. पूरे प्रदेश के सभी मंदिरों में दीप प्रज्जवलित कराएं जाएं. हर घर में दीपोत्सव के लिए आमजन के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाए. प्रदेश के शहरों और गांवों में राम मंडलियों को स्थानीय कार्यकम मोहल्लों में आयोजित किए जाने के लिए प्रेरित किया जाए.
प्रदेश सरकार ने राज्य के मुख्य मंदिरों में टीवी स्क्रीन लगाकर जनता के लिए अयोध्या के कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण करने भी निर्देश दिया है. मंदिरों के आयोजनों में आमजनों को सहभागिता के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया जाए. सरकार ने कहा है प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में ट्रस्ट/समिति की ओर से 22 जनवरी को भंडारे का आयोजन किया जाए.
राज्य सरकार की तरफ से जिलों के प्रमुख मंदिरों में साफ-सफाई, रोशनी, दीप प्रज्जवलन आदि के साथ ही मंदिर के ट्रस्ट/समिति के माध्यम से भगवान श्रीराम-जानकी आधारित सांस्कृतिक आयोजन करने की अपील की गई है. वहीं सभी नगरों में नगरीय विकास और आवास विभाग गांवों में पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से विशेष सफाई का अभियान चलाने का आह्वान किया गया है.