Vishwa Hindu Parishad over Asaduddin Owaisi Babri Masjid remarks: विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने AIMIM के चीफ और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी के बाबरी मस्जिद वाली टिपप्णी पर पलटवार किया है. VHP के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि वे जल्द ही राम नाम का जाप करेंगे. दरअसल, शनिवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि बाबरी मस्जिद को मुसलमानों से छीन लिया गया. उन्होंने ये भी कहा कि अगर 1992 में मस्जिद को न गिराया गया जाता, तो मुसलमानों को आज के हालातों का सामना नहीं करना पड़ता.
बाबरी मस्जिद पर उनकी इस टिप्पणी को लेकर विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने कहा कि हैदराबाद के सांसद जल्द ही 'राम नाम' का जाप करेंगे. ओवैसी को जवाब देते हुए एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने सवाल किया कि पिछले 500 वर्षों में क्या आपके (असदुद्दीन ओवैसी) पूर्वजों में से कोई भी अयोध्या आया है?
विनोद बंसल ने बतचीत के दौरान ये भी कहा कि ओवैसी ब्रिटेन से बैरिस्टर हैं, उन्होंने मस्जिद को बचाने के लिए अदालत का रुख क्यों नहीं किया? वे सिर्फ अपनी राजनीति कर रहे हैं. बंसल ने कहा कि इस मुस्लिम पार्टी को समझ लेना चाहिए कि जल्द ही वे 'राम भक्त' बन जाएंगे और 'राम नाम' का जाप करेंगे.
Babri Masjid की शहादत में @INCIndia की भूमिका, @BJP4India/@RSSorg की साज़िश से Ram Mandir का निर्माण और Delhi में @ArvindKejriwal का हनुमान चालीसा पाठ को लेकर Barrister @asadowaisi की Press Conference#AIMIM #AsaduddinOwaisi #BabriMasjid #Congress #BJP #RSS #RamMandir #Bharat pic.twitter.com/ZevafYzyn1
— AIMIM (@aimim_national) January 20, 2024
बता दें कि राम मंदिर के उद्घाटन और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले कर्नाटक के कलबुर्गी में पत्रकारों से बात करते हुए, ओवैसी ने कहा कि मुसलमानों ने 500 वर्षों तक बाबरी मस्जिद में नमाज पढ़ी. जब कांग्रेस के जीबी पंत उत्तर प्रदेश के सीएम थे, तो मस्जिद के अंदर मूर्तियां रखी गईं. उस समय अयोध्या के कलेक्टर नायर थे. उन्होंने मस्जिद को बंद कर दिया और वहां पूजा शुरू कर दी. जब वीएचपी का गठन हुआ तो राम मंदिर अस्तित्व में नहीं था. उन्होंने यह भी दावा किया कि महात्मा गांधी ने कभी भी राम मंदिर के बारे में कुछ भी उल्लेख नहीं किया.
अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन और रामलला की 'प्राण प्रतिष्ठा' 22 जनवरी को भव्य तरीके से होने वाला है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि होंगे. समारोह से पहले की रस्में चल रही हैं और अंतिम कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर हैं.