America Report Regarding RAW: कुछ दिनों पहले ब्रिटिश अखबार द गार्जियन की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारतीय खुफिया एजेंसी 'RAW' दुश्मनों के घर में घुसकर और चुन-चुन कर दुश्मनों को साफ कर रहा है. अब 'RAW' को लेकर अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया की ऐसी रिपोर्ट आई है, जिसे लेकर भारत सरकार बैचेन है.
विदेशों में RAW (Research And Analysis Wing) के अधिकारियों को लेकर मंगलवार को ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (ABC) ने रिपोर्ट दी. इसमें दावा किया गया कि भारतीय जासूसों को ऑस्ट्रेलिया से बाहर निकाल दिया गया है. आरोप है कि भारतीय खुफिया एजेंसी के अधिकारी संवेदनशील रक्षा परियोजनाओं और एयरपोर्ट की सुरक्षा के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया के व्यापार संबंधों पर जानकारी चुराने की कोशिश करते हुए पकड़े गए. ABC और सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड ने कहा कि दो भारतीय जासूसों को ऑस्ट्रेलिया छोड़ने के लिए कहा गया है.
ठीक एक दिन पहले यानी सोमवार को द वाशिंगटन पोस्ट ने खालिस्तान समर्थक सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नून की हत्या की साजिश में शामिल खुफिया अधिकारी की पहचान की थी. पूरे मामले पर विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि एक गंभीर मामले पर आई रिपोर्ट अनुचित और निराधार है. उन्होंने अपराधियों, आतंकवादियों और अन्य लोगों के नेटवर्क पर अमेरिकी सरकार की ओऱ से शेयर की गई सुरक्षा चिंताओं को देखने के लिए उच्च स्तरीय पैनल की ओऱ से जारी जांच की ओर भी इशारा किया.
ABC के अनुसार, ASIO के डायरेक्टर जनरल माइक बर्गेस ने 2012 में जासूसी नेटवर्क का संकेत दिया था, लेकिन ये खुलासा नहीं किया था कि इसके पीछे कौन सा देश है. ABC की रिपोर्ट के अनुसार, बर्गेस ने बताया था कि कैसे जासूसों की पहुंच डिफेंस टेक्नोलॉजी के संवेदनशील जानकारियों तक थी. ABC की रिपोर्ट पर अब तक भारत सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
जब ABC की रिपोर्ट को लेकर ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री पेनी वोंग से सवाल पूछा गया तो उन्होंने बुधवार को कहा कि हम खुफिया मामलों पर टिप्पणी नहीं करते हैं. वोंग के अलावा, ऑस्ट्रेलिया सरकार के मुंत्री जिम चार्लमर्स ने भी कहा कि वे इस रिपोर्ट के लेकर कुछ नहीं बोलना चाहते. उन्होंने ये भी कहा कि भारत हमारा अच्छा मित्र है. हमारे रिश्ते पिछले कुछ सालों में पहले के मुकाबले बेहतर हुए हैं.