एंटी टेरर स्क्वाड (ATS) ने एक दिन पहले झारखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में कार्रवाई करते हुए 14 आतंकियों को गिरफ्तार किया. ATS की कार्रवाई के दौरान जानकारी सामने आई कि इनका सरगना डॉक्टर मोहम्मद इश्तियाक अहमद है, जो रांची में एक प्राइवेट अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट था. हालांकि, ATS आतंकी डॉक्टर इश्तियाक को गिरफ्तार कर लिया गया. ATS की कार्रवाई में तीनों राज्यों से हथियार भी बरामद किए. फिलहाल, इस संबंध में पड़ताल जारी है.
आतंकी गतिविधियों में शामिल डॉक्टर इश्तियाक अहमद के बारे में जो जानकारी सामने आई है, वो काफी चौंकाने वाली है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, डॉक्टर इश्तियाक अहमद झारखंड की राजधानी रांची के एक प्राइवेट अस्पताल में तीन साल तक रेडियोलॉजिस्ट था. इसके बाद उसने हजारीबार में एक प्राइवेट क्लीनिक खोल ली थी, जहां से वो आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था.
जानकारी के मुताबिक, हजारीबाग में क्लीनिक के साथ-साथ डॉक्टर इश्तियाक अहमद रांची के मेडिका अस्पताल में भी काम करता रहा. इश्तियाक भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाकर अपने गुर्गों के जरिए शरिया कानून लागू करना चाहता था.
रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टर इश्तियाक ने आतंकी संगठन अलकायदा से ट्रेनिंग ली थी और फिर भारत लौटकर 'अलकायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट यानी AQIS' संगठन चला रहा था. इस संगठन में वो युवाओं की भर्ती करता था. उन्हें हथियार चलाने की ट्रेनिंग देता था. उनका माइंडवॉश कर उन्हें कट्टरपंथी बनाता था.
आतंकी डॉक्टर इश्तियाक ने झारखंड के साथ-साथ राजस्थान, उत्तरप्रदेश में भी अपना नेटवर्क फैला रखा था. रांची के जोड़ा तालाब के पास उसके दो आलीशान फ्लैट हैं. झारखंड के आईजी ऑपरेशन अमोल होमकर के मुताबिक, झारखंड एटीएस, एसटीएफ, रांची पुलिस और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम ने राज्य में 16 स्थानों पर छापेमारी की.
एटीएस ने हजारीबाग से फैजान उर्फ मुन्ना, रांची से मोहम्मद रिजवान, मुफ्ती रहमतुल्ला, लोहरदगा से अल्ताफ अंसारी और तीन अन्य को रांची के चान्हो से गिरफ्तार किया गया. अल्ताफ की निशानदेही पर एक गांव को दो कार्बाइन और एक एयरगन बरामद किया गया. गिरफ्तार किए गए अन्य से फिलहाल पूछताछ जारी है.