J&K Assembly Elections 2024: चुनाव की पुरजोर तैयारी, हजारों अर्धसैनिक बलों की तैनाती, घाटी में 'खौफ का खात्मा'?
जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की कंपनियां यहां पहुंचने लगी है. जानकारी के मुताबिक यहां एक हजार कंपनियां तैनात की जानी है. इनमें से 500 500 कंपनियां पहले से जम्मू कश्मीर में मौजूद हैं, संवेदनशील और आतंकवाद ग्रस्त क्षेत्रों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जा रहा है, ताकि चुनाव से पहले ही एक सुरक्षित माहौल बनाया जा सके.
आगामी विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की कंपनियां जम्मू कश्मीर पहुंचना शुरू हो गई है. बीते रविवार को रेलवे स्टेशन जम्मू पर सीआईएसएफ की दो कंपनियों का जिला पुलिस ने हार पहनाकर स्वागत किया. शाम तक विभिन्न सुरक्षाबलों की करीब 40 कंपनियों पहुंच चुकी थी. इनमें आईटीबीपी, सीआईएसएफ, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी शामिल हैं. जम्मू पहुंचने के बाद विशेष वाहनों से कंपनियों को कश्मीर के लिए रवाना कर दिया गया. एसआरटीसी की बसों और ट्रेनों में उन्हें भेजा गया.
खबरों के मुताबिक इस बार जम्मू कश्मीर चुनाव में एक हजार कंपनियां तैनात की जानी है. इनमें से 500 कंपनियां पहले से जम्मू कश्मीर में मौजूद हैं, जबकि 500 से 600 कंपनियां अतिरिक्त मंगवाई गई हैं. पहले चरण का मतदान 18 सितंबर, दूसरे चरण 25 सितंबर तो तीसरे चरण का मतदान 1 अक्टूबर को होना है. कश्मीर में 24 सीटों के लिए पहले चरण में मतदान होना है. इन सीटों के लिए करीब 35 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रहेगी. यहां विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं, बहुमत का आंकड़ा 46 है.
विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू
वहीं राजौरी-पुंछ, रियासी, कठुआ, उधमपुर और डोडा में भी सुरक्षाबलों की तैनाती शुरू कर दी गई है. संवेदनशील और आतंकवाद ग्रस्त क्षेत्रों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जा रहा है, ताकि चुनाव से पहले ही एक सुरक्षित माहौल बनाया जा सके. इन इलाकों में 9 जून के बाद से लगातार आतंकी हमले हो रहे है.
जम्मू कश्मीर चुनाव में एक हजार कंपनियां तैनात
इन हमलों में न सिर्फ सुरक्षाबलों को निशाना बनाया गया, बल्कि आम नागरिकों और पर्यटकों पर भी हमले किए गए हैं, ऐसे में आशंका है कि आतंकी चुनाव में खलल डालने के लिए उम्मीदवारों को निशाना बना सकते हैं या फिर आम नागरिकों पर हमला कर उन्हें डरा धमका सकते हैं.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के मुख्य चुनाव अधिकारी पीके पोल ने बताया कि राज्य में चुनाव कराने के लिए गृह मंत्रालय सुरक्षा मुहैया करा रही है. पॉलिटिकल पार्टी, कैंडिडेट्स, रिटर्निंग ऑफिसर और स्ट्रांग रूम के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं.