Mini Moon: जिन लोगों को खगोलीय घटनाओं में दिलचस्प है उनके लिए एक बड़ी खबर है. पृथ्वी जल्द ही एक एस्टेरॉयड को अपनी कक्षा (orbit) में आकर्षित करने जा रही है. इसे मिनी मून बताया जा रहा है. यह एस्टेरॉयड पृथ्वी के मिनी मून के रूप में रहेगा. वैज्ञानिकों ने इस खगोलीय पिंड को 2024 PT5 नाम दिया है, जो हमारे चंद्रमा से काफी छोटा है. इस आप नग्न आंखों से नहीं देख सकते हैं. इसे देखने के लिए विशेष दूरबीन की जरूरत होगी.
वैज्ञानिकों का मानना है कि 2024 PT5 एस्टेरॉयड एक स्कूल बस के बराबर है. यह रविवार 29 सितंबर को मिनी मून हमारी धरती के करीब आएगा. इसके बाद यह लगभग दो महीने तक पृथ्वी के प्राकृतिक उपग्रह की तरह रहेगा और 25 नवंबर को पृथ्वी की कक्षा से बाहर चला जाएगा. वैज्ञानिकों के अनुसार, इसकी दूरी चंद्रमा से भी अधिक होगी, इसलिए यह पृथ्वी के लिए कोई खतरा नहीं है.
बता दें, यह पहली बार नहीं है पृथ्वी को मिनी मून मिलेगा. अब तक यह पृथ्वी का पांचवा मिनी मूनहै, जो हमारे ग्रह के चारों ओर घूमने वाला है. पहला मिनी मून 1991 में देखा गया था. इसरो के पूर्व वैज्ञानिक मनीष पुरोहित के मुताबिक, 2024 PT5 का मार्ग पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से प्रभावित हुआ है, जिसके कारण यह कुछ समय के लिए धरती के साथ रहेगा. हालांकि, यह पूर्ण चक्कर नहीं लगाएगा, बल्कि 55 दिनों तक घोड़े की नाल के आकार में घूमेगा.
अमेरिकन एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी (आरएनएएएस) के रिसर्च नोट्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट में, खगोलविदों का कहना है कि 2024 पीटी 5 की कक्षीय विशेषताएं अर्जुन क्षुद्रग्रह बेल्ट (Arjuna Asteroid Belt) से आने वाले क्षुद्रग्रहों से मिलती-जुलती हैं. इसरो के नेटवर्क फॉर स्पेस ऑब्जेक्ट ट्रैकिंग एंड एनालिसिस (NETRA) के प्रमुख डॉ. अनिल कुमार, जो क्षुद्रग्रह पर कड़ी नजर रख रहे हैं उन्होंने भी पुष्टि की है कि 'मिनी मून' अर्जुन क्षुद्रग्रह समूह का हिस्सा है. इस समूह का नाम महाकाव्य महाभारत के एक केंद्रीय पात्र अर्जुन के सम्मान में रखा गया था, जो अपने तीरंदाजी कौशल और बहादुरी के लिए जाना जाता था.