'जिसका-जिसका है छांट लो...', चोरी के मोबाइल लौटाने के लिए असम पुलिस लाई धांसू प्लान
Assam News: असम पुलिस ने लोगों के चोरी और खोए हुए मोबाइल फोन, इलैक्ट्रॉनिक गैजेट्स को उन तक वापस पहुंचाने के लिए एक स्कीम की शुरुआत की है. इस स्कीम की मदद से यूजर्स को उनकी डिवाइस आसानी से मिल जाएगी. हालांकि इस दौरान असम पुलिस ने एक शर्त भी रखी है जिसे यूजर्स को पूरा करना होगा. इस बारे में और अधिक जानने के लिए चलिए खबर की ओर रुख करते हैं.

Assam News: असम पुलिस ने चोरी हुए मोबाइल फोन्स को उनके मालिकों तक पहुंचाने के लिए बेहतरीन तरीका ईजाद किया है. असम पुलिस ने एक सिटीजन फ्रेंडली स्कीम के तहत चोरी किए गए मोबाइल फोन को उसके असली ऑनर तक पहुंचाने का जिम्मा उठाया है. इस स्कीम के तहत चोरी हुए मोबाइल फोन और इलैक्ट्रॉनिक गैजेट्स को उसके असल यूजर को दे दिया जाएगा, लेकिन असम पुलिस ने इसके लिए एक छोटी सी शर्त रखी है जिसे पूरा करना होगा.
असम पुलिस के डीजीपी जीपी सिंह ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा कि हमने बीते कुछ समय में चोरी किए गए 640 मोबाइल फोन और लगभग 14 लैपटॉप को बरामद किये हैं. अब हम इन डिवाइसेज को लौटाने जा रहे हैं. इन्हें वापस पाने के लिए यूजर को हमें कुछ प्रूफ देने होंगे और अपनी डिवाइस की पहचान करनी होगी. एक उचित प्रक्रिया के बाद उन्हें उसके असल यूजर को सौंप दिया जाएगा.
बस करना होगा ये काम
गुवाहटी पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि इन डिवाइस को उसके असली मालिक तक पहुंचाने के लिए 14 जून को पान बाजार स्थित पुलिस आयुक्त परिसर में प्रदर्शित किया जाएगा. प्रवक्ता का कहना है कि वहां पहुंचने के बाद गैजेट के ऑनर को संबंधित जरूरी दस्तावेज दिखाने होंगे जिससे यह पुष्टि हो सके कि संबंधित गैजेट उस यूजर का है.
अपराध पर अंकुश लगाने के लिए प्रतिबद्ध
गुवाहाटी पुलिस के प्रवक्ता ने कहा इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अधिक से अधिक लोगों को उनकी खोई हुई चीजें वापस मिल सके. यह प्रयास पुलिस विभाग की चोरी की गई संपत्ति को उसके असली मालिकों को वापस दिलाने और शहर में चोरी और झपटमारी से संबंधित अपराधों पर अंकुश लगाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.