Dibrugarh Jail Superintendent Arrested: अमृतपाल सिंह के पास से मोबाइल-कैमरा बरामद, डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल का अधीक्षक गिरफ्तार
Dibrugarh Jail Superintendent Arrested: असम के डिब्रूगढ़ जेल के सुपरिटेंडेंट को गिरफ्तार कर लिया गया है. दरअसल, डिब्रूगढ़ जेल में खालिस्तानी नेता अमृतलाल सिंह कैद है. हाल ही में उसके सेल से मोबाइल, कैमरा समेत अन्य आपत्तिजनक चीजें बरामद हुई थीं.
Dibrugarh Jail Superintendent Arrested: असम के जिस डिब्रूगढ़ जेल में खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह कैद है, वहां से जेल सुपरिटेंडेंट को गिरफ्तार कर लिया गया है. डिब्रूगढ़ के एसपी ने सुपरिटेंडेंट की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. दरअसल, 17 फरवरी को अमृतपाल सिंह के सेल की तलाशी ली गई थी. इस दौरान वहां से मोबाइल, स्पाई कैमरा समेत अन्य आपत्तिजनक चीजें बरामद हुई थीं. इसी मामले में डिब्रूगढ़ जेल के सुपरिटेंडेंट को गिरफ्तार किया गया है.
खालिस्तानी संगठन 'वारिस पंजाब दे' के चीफ अमृतपाल सिंह फिलहाल असम के डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में ही कैद है. गिरफ्तारी के बाद अमृतपाल सिंह को यहां शिफ्ट किया गया था. समय-समय पर अमृतपाल से सेल की जांच होती है. इसी कड़ी में फरवरी के तीसरे हफ्ते में भी तलाशी अभियान चलाया गया था. अब इस मामले में डिब्रूगढ़ पुलिस ने सेंट्रल जेल, डिब्रूगढ़ के सुपरिटेंडेंट निपेन दास को गिरफ्तार किया है. सपरिटेंडेंट की गिरफ्तारी की पुष्टि डिब्रूगढ़ एसपी वीवीआर रेड्डी ने की है.
अप्रैल 2023 में अमृतपाल को किया गया था गिरफ्तार
पिछले साल यानी अप्रैल 2023 में पंजाब पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह को 23 अप्रैल को गिरफ्तार किया था. उसकी गिरफ्तारी खालिस्तानी आतंकी भिंडरावाले के पैतृक गांव रोडे से की गई थी. गिरफ्तारी से पहले अमृतपाल करीब चार हफ्तों से फरार था. पुलिस लगातार उसकी तलाश में छापेमारी अभियान चला रही थी. पुलिस को उसकी गिरफ्तारी के लिए कई स्कैच भी जारी करने पड़े थे.
अजनाला थाने पर समर्थकों के साथ अमृतपाल ने किया था हमला
दरअसल, अमृतपाल उस वक्त चर्चा में आया, जब उसने अपने समर्थकों के साथ अजनाला थाने पर हमला कर दिया था. हुआ ऐसा था कि अमृतपाल के एक सहयोगी को अजनाला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. उसकी रिहाई के लिए सैंकड़ों की संख्या में अमृतपाल के साथ उसके समर्थक अजनाला थाने के बाहर पहुंचे थे. बाद में अमृतपाल और उसके कई साथियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी कि NSA के तहत मामला दर्ज किया गया था.