असम में ट्यूशन क्लास से लौट रही नाबालिग से सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया है. घटना नागांव जिले की बताई जा रही है. वारदात की जानकारी के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल काटा. प्रदर्शनकारियों ने अनिश्चितकालीन बंद की अपील की है. उधर, मामले की जानकारी के बाद पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है. घटना गुरुवार शाम को उस वक्त हुई, जब पीड़िता ट्यूशन से लौट रही थी.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस घटना को मानवता के खिलाफ अपराध कहा है. मुख्यमंत्री ने डीजीपी को घटनास्थल का दौरा करने का निर्देश दिया है. पुलिस के अनुसार, स्थानीय निवासियों ने गुरुवार शाम करीब सात बजे 14 वर्षीय लड़की को सड़क के किनारे अर्ध बेहोशी की हालत में पाया.
पुलिस ने बताया कि नागांव जिले में गुरुवार शाम ट्यूशन क्लास से घर लौट रही 14 साल की लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया. इस घटना के विरोध में स्थानीय लोगों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया है तथा संगठनों और निवासियों ने हमलावरों की गिरफ्तारी होने तक अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है.
पुलिस के अनुसार, स्थानीय निवासियों ने गुरुवार शाम करीब सात बजे बच्ची को सड़क के किनारे बेसुध हालत में पाया. इसके बाद पुलिस को इसकी जानकारी दी गई. घटना की जानकारी के बाद पुलिस क्राइम स्पॉट पर पहुंची और नाबालिग को इलाज और मेडिकल जांच के लिए नागांव मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले गई.
नागांव के एसपी स्वप्ननील डेका ने पत्रकारों से कहा कि नाबालिग लड़की ने हमें बताया है कि उसके साथ तीन लोगों ने बलात्कार किया है. लड़की की मेडिकल जांच की गई है और एक महिला अधिकारी ने उसका बयान दर्ज किया है. हमने घटनास्थल से सभी सबूत जुटा लिए हैं और मामले पर काम कर रहे हैं.
घटना को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि नाबालिग से जुड़ी यह भयावह घटना मानवता के खिलाफ अपराध है और इसने हमारी सामूहिक अंतरात्मा को झकझोर दिया है. हम किसी को नहीं बख्शेंगे और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाएंगे. मैंने असम पुलिस के डीजीपी को घटनास्थल का दौरा करने और ऐसे राक्षसों के खिलाफ त्वरित न्याय सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.