असम के पश्चिमी हिस्से में एक कोयला खदान में हुए हादसे के बाद राहत कार्यों में जुटी टीमों ने सभी फंसे हुए 9 मईनर्स के शव बरामद कर लिए हैं. यह हादसा खदान में अचानक हुए विस्फोट और मिट्टी धसकने के कारण हुआ था, जिससे इन खनिकों को गहरे मलबे के नीचे दब गए थे. घटना ने क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है और प्रशासन ने इसकी गंभीरता से जांच शुरू कर दी है.
हादसे का कारण: प्रारंभिक जांच के अनुसार, कोल् माइन में काम करते समय अचानक गड्ढा का हिस्सा ढह गया, जिससे मईनर्स के साथ-साथ कई अन्य वर्कर्स भी फंसे थे. हालांकि, हादसे का वास्तविक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, और संबंधित विभाग मामले की गहन जांच कर रहे हैं. खदान में हुए इस हादसे की वजह से स्थानीय लोगों और परिवारों में गहरी शोक की लहर है.
घटनास्थल पर पहुंचने के बाद.... स्थानीय प्रशासन और बचाव दल ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया था. खदान में दबे खनिकों को बाहर निकालने के लिए विशेष उपकरणों का उपयोग किया गया. राहत दल ने कई घंटे की कड़ी मेहनत के बाद सभी खनिकों के शव बरामद किए. हालांकि, बचाव दल को किसी और के फंसे होने की उम्मीद नहीं है.
इस हादसे ने कोयला खदानों में सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. स्थानीय प्रशासन और खदानों के मालिकों पर दबाव बढ़ रहा है कि वे खदानों में सुरक्षा उपायों को और सख्त करें, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों से बचा जा सके. पिछले कुछ वर्षों में असम में कोयला खदानों में कई हादसों ने चिंता को जन्म दिया है, और यह घटना एक और चेतावनी साबित हो सकती है.
हादसे में मारे गए खनिकों के परिवारों को अब न्याय की उम्मीद है, और प्रशासन ने उनकी सहायता के लिए मुआवजे की घोषणा की है. खदान मालिकों और श्रमिकों के बीच सुरक्षा, मजदूरी और कार्य की स्थिति को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं.