मध्य प्रदेश के मऊगंज में ASI की हत्या, तहसीलदार के हाथ-पैर तौड़े, टीआई समेत 10 घायल
मृतक एएसआई रामचरण के भाई ने कहा कि पुलिस हालात को समझ नहीं सकी, इसलिए बड़ी घटना हुई. रामचरण परिवार में इकलौते कमाने वाले थे और 6 महीने बाद रिटायर होने वाले थे. उनके परिवार में पत्नी और तीन बेटे हैं. परिवार ने उपद्रवियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. रामचरण का एक साल पहले एएसआई के पद पर प्रमोशन हुआ था और उनका अक्टूबर 2025 में रिटायरमेंट होना था.
मध्य प्रदेश के मऊगंज में आदिवासी परिवार के हमले में एक ASI की मौत हो गई. यही नहीं आदिवासी परिवार ने एक तहसीलदार के हाथ-पांव तोड़ दिए और टीआई समेत 10 पुलिसकर्मियों को घायल कर दिया. इस घटना के बाद पूरे गांव में धारा 163 लगा दी गई है. गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है.
क्या था पूरा मामला
शनिवार को शाहपुरा गांव में आदिवासी परिवार ने शनिवार को एक युवक को बंधक बना लिया था. उसे छुड़ाने पहुंचे टीआई संदीप भारती और पुलिस टीम पर आरोपियों ने हमला कर दिया. इस हमले में एएसआई रामचरण गौतम की मौत हो गई जबकि टीआई संदीप भारती के सिर पर गंभीर चोट आई है. हनुमना तहसीलदार कुमारे लाल पनका के हाथ-पैर में फ्रैक्चर हुआ है. इसके अलावा 8 और पुलिसवाले इस हादसे में घायल हुए हैं. वहीं जिस व्यक्ति को बंधक बनाया गया था उसकी भी हत्या कर दी गई.
क्या था पूरा विवाद
यह पूरा विवाद दो महीने पहले हुए एक सड़क हादसे से जुड़ा है. इस हादसे में अशोक कोल की मौत हो गई थी. आदिवासी परिवार ने सनी द्विवेदी नाम के युवक को इस हत्या का जिम्मेदार माना था. शनिवार की शाम आदिवासी परिवार ने सनी द्विवेदी को पकड़ लिया और कमरे में बंद कर दिया और उसकी जमकर पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई.