Asaduddin Owaisi ON UAPA: दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के सक्सेना ने लेखक अरुंधति रॉय और कश्मीर केंद्रीय विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय कानून के पूर्व प्रोफेसर डॉ. शेख शौकत हुसैन के खिलाफ कठोर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत मुकदमा चलाने की मंजूरी दी. उपराज्यपाल की मंजूरी मिलने के बाद ही इस पर राजनीति शुरू हो गई है. एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी खुलकर यूएपीए के खिलाफ मैदान में उतर गए हैं. उन्होंने ट्वीट करके इस कानून को जिंदगी बर्बाद करने वाला कानून बताया है.
अंरुधति रॉय और प्रोफेसर डॉ. शेख शौकत हुसैन के खिलाफ 2010 में विश्वविद्यालय में दिए कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के खिलाफ UAPA के तहत मुकदमा चलाने का आदेश दिया गया है.
असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ट्वीट करके बताया कठोर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम को बेरहम बताते हुए लिखा - UAPA का कानून आज फिर से चर्चा में है. यह एक बहुत बेरहम कानून है. इसकी वजह से न-जाने कितने हज़ार मुसलमान, दलित और आदिवासी नौजवानों की जिंदगियां बर्बाद हो गई. उन्हें जेल में बंद कर दिया गया. इसी कानून की वजह से 85 वर्षीय स्टैन स्वामी की मौत हुई."
यूएपीए कानून पर कांग्रेस को घेरते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा कि कांग्रेस सरकार ने इस कानून को 2008 और 2012 में और भी सख्त बनाया था. उस दौरान भी मैंने इसके खिलाफ आवाज उठाई थी. इसके बाद 2019 में बीजेपी ने इसे और सख्त बनाए तो कांग्रेस ने बीजेपी का साथ दिया. तब भी मैंने इस कानून का विरोध किया था."
UAPA का क़ानून आज फिर से चर्चा में है। यह एक इंतिहाई बेरहम क़ानून है जिसकी वजह से न-जाने कितने हज़ार मुसलमान, दलित और आदिवासी नौजवानों को जेल में बंद करके उनकी ज़िंदगियां बर्बाद करदी गई। यह क़ानून एक 85 वर्षीय स्टैन स्वामी की मौत का कारण बना।
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 15, 2024
इस क़ानून को कांग्रेस सरकार ने 2008…
यूएपीए को लेकर बीजेपी पर जुबानी हमला करते हुए एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा- "मोदी 3.0 से ये उम्मीद थी कि वो चुनाव के नतीजों से कुछ सीखेंगे लेकिन इन्होंने तो उम्मीद पर पानी फेर दिया. जुल्म और ज्यादतियों का ये सिलसिला इनका जारी रहेगा."
असदुद्दीन ओवैसी के अलावा अन्य कई राजनीतिक दलों ने भी अरुंधति रॉय और प्रोफेसर डॉ. शेख शौकत हुसैन के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर को लेकर सरकार की आलोचना की है.
Shocking that Arundhati Roy world renowned author & a brave woman who has emerged as a powerful voice against fascism has been booked under the draconian UAPA. GOI continues its rampage violating fundamental rights with impunity. Booking a former law professor from Kashmir is… https://t.co/OuINMT8ySD
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) June 14, 2024
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सरकार पर जुबानी हमला करते हुए लिखा कि अंरुधति रॉय और प्रोफेसर डॉ. शेख शौकत हुसैन के खिलाफ भारत सरकार मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करते हुए अपनी क्रूरता जारी रखे हुए है.