सरकारी दफ्तरों में आमतौर पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की तस्वीरें लगी होती हैं. राजनीतिक दल अपने हिसाब से इन्हें बदल भी देते हैं. इसी तरह आम आदमी पार्टी ने एक बदलाव किया था और दिल्ली और पंजाब में शहीद भगत सिंह के साथ-साथ डॉ. भीमराव आंबेडकर की तस्वीर का इस्तेमाल शुरू कर दिया था. अब भगत सिंह और डॉ. आंबेडकर की तस्वीर के बीच अरविंद केजरीवाल की फोटो लगाए जाने से हंगामा खड़ा हो गया है. यह तस्वीर अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल के उस वीडियो में देखी गई है जो वह लगातार जारी कर रही हैं.
अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद से ही सुनीता केजरीवाल उनकी ओर से बयान जा रही कर रही हैं. अभी तक वह ठीक अरविंद केजरीवाल की तरह बयान जारी कर रही थीं. इन वीडियो के बैकग्राउंड में दोनों तरफ तिरंगे झंडों के साथ-साथ भगत सिंह और डॉ. भीमराव आंबेडकर की तस्वीर लगी होती थी. खुद AAP लगातार कहती रही है कि वह इन महान शख्सियतों के बताए रास्ते पर चलती है.
भगत सिंह जी और बाबासाहेब अंबेडकर जी के बीच में एक कट्टर भ्रष्टाचारी अरविंद केजरीवाल की फोटो लगाना बहुत ही खेदपूर्ण है। पहले पति कैमरे के सामने आके झूठ बोलते थे। अब जेल में हैं तो पत्नी से झूठ बुलवा रहे है। जनता AAP के बहकावे में नहीं आने वाली। https://t.co/BrRbEjuIyi
— Virendraa Sachdeva (मोदी का परिवार ) (@Virend_Sachdeva) April 4, 2024
गुरुवार को जारी किए गए वीडियो में देखा गया कि सुनीता केजरीवाल के पीछे दो नहीं बल्कि तीन तस्वीरें लगी हुई हैं. तीसरी तस्वीर अरविंद केजरीवाल की थी. इस तस्वीर को भगत सिंह और डॉ. आंबेडकर की तस्वीर के ठीक बराबर में और बीच में लगाया गया था. अपने इस बयान में सुनीता केजरीवाल ने कहा कि जेल से अरविंद केजरीवाल का संदेश है, 'मेरे जेल में होने से दिल्ली के लोगों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए. हर विधायक हर दिन अपने क्षेत्र का दौरा करे और लोगों की समस्याओं पर चर्चा कर उनका समाधान करे."
देश के महापुरुषों के बीच केजरीवाल की फोटो लगाने को लेकर अब बीजेपी ने सवाल उठाए हैं. दिल्ली बीजेपी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है, "जब नाश मनुज पर छाता है पहले विवेक मर जाता है." बीजेपी ने केजरीवाल को शराब घोटाले का सरगना बताते हुए कहा है कि अब ये अपनी तुलना शहीद भगत सिंह और बाबा साहब भीम राव आंबेडकर से करने लगे हैं.