दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल जमानत पर जेल से बाहर आ गए हैं. जेल से आते ही सीएम ने पार्टी की कमान संभाल ली है. सूत्रों के मुताबिक, सिसोदिया को शामिल करने के लिए मंत्रिमंडल में फेरबदल किया जा सकता है. आबकारी नीति मामले में सर्वोच्च न्यायालय से जमानत मिलने के एक दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को हरियाणा में आम आदमी पार्टी (आप) के राजनीतिक अभियान की कमान संभालने की दिशा में पहला कदम उठाया. वहीं, ऐसा कहा जा रहा है कि वह छह महीने तक जेल में रहने के बाद राजधानी के प्रशासन की बागडोर फिर से संभालने की तैयारी कर रहे हैं.
आम आदमी पार्टी के संयोजक ने शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें 5 अक्टूबर को होने वाले हरियाणा चुनावों की योजना पर चर्चा की गई. आप के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार, वह पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ पार्टी की राजनीतिक कमान संभालेंगे.
पार्टी सूत्रों ने बताया कि आप का फोकस हरियाणा के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में अपनी नींव रखने पर होगा और अधिक से अधिक वोट शेयर हासिल करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. दिल्ली में सूत्रों ने बताया कि सिसोदिया को शामिल करने के लिए कैबिनेट में फेरबदल करना सीएम की पहली प्राथमिकता होगी. सिसोदिया पार्टी और सरकार दोनों में केजरीवाल के नंबर दो हैं.
पार्टी के एक सूत्र ने कहा कि मनीष जी को मंत्रिपरिषद में फिर से शामिल करना सर्वोच्च प्राथमिकता है. मुख्यमंत्री अगले सप्ताह के पहले कार्य दिवस यानी मंगलवार से आधिकारिक तौर पर अपना कार्यभार संभाल सकते हैं.
बैठक में सिसोदिया, संजय सिंह, संदीप पाठक, राघव चड्ढा, गोपाल राय, आतिशी और सौरभ भारद्वाज शामिल थे. आप के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक ने कहा कि मुख्यमंत्री ने हरियाणा चुनाव के लिए अभियान योजना पर चर्चा के लिए वरिष्ठ नेतृत्व की बैठक बुलाई. पाठक ने कहा कि हरियाणा के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में अभियान के लिए एक योजना तैयार की गई है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में पार्टी राज्य में बड़े पैमाने पर अभियान चलाने की योजना बना रही है.
केजरीवाल रविवार सुबह पार्टी मुख्यालय में आप कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे. पार्टी ने हाल ही में अपना कार्यालय दीन दयाल उपाध्याय मार्ग से पंडित रविशंकर शुक्ला लेन में स्थानांतरित किया है इसलिए केजरीवाल का नए मुख्यालय में यह पहला दौरा होगा.