Arvind Kejriwal Press Conference: आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बीजेपी अगर जीती तो दिल्ली की जनता से सारी सुविधाएं छीन लेंगी. उन्होंने कहा कि यह चुनाव दो किस्म के विचारधाराओं का चुनाव है. उन्होंने कहा जनता को यह तय करना है कि देश का राज्य का सरकारी खजाना सरकारी पैसा कहां खर्च होना चाहिए, किस पर खर्च होना चाहिए और कैसे खर्च होना चाहिए. जानता टैक्स देती है. गरीब से गरीब आदमी टैक्स देता है.
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दिल्ली की जनता के पास दो मॉडल हैं: पहला है केजरीवाल मॉडल - जहाँ जनता का पैसा जनता पर खर्च होता है… और दूसरा है बीजेपी मॉडल - जहाँ जनता का पैसा उनके अमीर दोस्तों की जेब में जाता है। अब जनता को तय करना है, उसे कौन सा मॉडल चुनना है। https://t.co/I4IM0XXAKu
— AAP (@AamAadmiParty) January 26, 2025
अरविंद केजरीवाल ने कहा, "मुझे लगता है कि यह चुनाव दिल्ली को बचाने का चुनाव नहीं. ये चुनाव देश को बचाने का है. ये चुनाव केवल आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच का चुनाव नहीं है. यह चुनाव दो किस्म के विचारधारा का चुनाव. जनता को यह करना है कि सरकारी खजाना कहां खर्च होना चाहिए, किस पर खर्च करना चाहिए."
उन्होंने कहा, "जनता टैक्स देती है. यहां तक गरीब से गरीब आदमी टैक्स देता है. जब गरीब आदमी भिखारी माचिस खरीदता है. खाने-पीने की चीजें खरदीता है तो उसपर जीएसटी लगती है. ये सारा पैसा जो इस देश के गरीब से गरीब आदमी, अमीर से अमीर आदमी और मिडिल क्लास से जो सरकारें पैसा इकठ्ठा करती हैं. ये पैसा कैसे खर्च होना चाहिए. ये चुनाव यह तय करने का चुनाव है. इस पैसे को खर्च करने के दो तरीके हैं. इस पैसे से कल्याण की योजनाएं बनाई जाए. उसके ऊपर पैसा खर्च किए जाए. स्कूल बनाए जाएं. बच्चों को अच्छी शिक्षा दी जाए. अस्पताल बनाए जाएं. मोहल्ला क्लीनिक बनाएं जाएं. जिसमें जनता को अच्छा और फ्री इलाज दिया जाए. महिलाओं को फ्री बस की सुविधा दी जाए. देश की तरह सडकें बनाई जाए. 24 घंटे बिजली दिया जाए."
अरविंद केजरीवाल ने कहा, "एक तरीका यह है कि सरकारी खजाना पूरा का पूरा. एक-एक पैसा जनता के कल्याण के ऊपर खर्च किया जाए. और दूसरा तरीका पैसा खर्च करने का है कि अपने करीबी अरबपति दोस्तों के ऊपर ये पैसा खर्च किया जाए. अपने करीबी अरबपति दोस्तों को कर्जा दिया जाए. और उसके कुछ सालों के बाद उस कर्जे को माफ कर दिया जाए. ये सरकारी खजाने का मुंह किस तरफ होना चाहिए. दिल्ली का चुनाव यह तय करने का चुनाव है कि देश की जनता क्या चाहती है. सरकारी खजाना किसके ऊपर खर्चा होना चाहिए."
अरविंद केजरीवाल ने कहा, "अगर यह पैसा जनता के क्लयाण में खर्च हो. इसे मैं अरविंद केजरीवाल मॉडल बोलूंगा. आम आदमी पार्टी मॉडल बोलूंगा. और जो पैसा अरबपति दोस्तों पर खर्च हो तो इसे मैं बीजेपी मॉडल बोलूंगा. तो बीजेपी का मॉडल का क्या है. पिछले 5 साल में इनकी सरकार ने लगभग 400-500 लोगों का 10 लाख करोड़ रुपये माफ कर दिया कर्जे का. पिछले पांच साल में भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार ने अपने 400-500 दोस्तों के 10 लाख करोड़ रुपये का कर्जा माफ कर दिया."