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दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलने की तैयारी, 51 लाख लोगों को जारी होंगे आयुष्मान भारत कार्ड

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के कार्यान्वयन की समीक्षा करने जा रहा है. जानकारी के अनुसार, 51 लाख व्यक्तियों को आयुष्मान भारत कार्ड प्रदान किए जाने की संभावना है. मोहल्ला क्लिनिकों को आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में परिवर्तित करने पर योजना के दिशा-निर्देशों का पालन अनिवार्य होगा.

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Edited By: Ritu Sharma
Delhi Mohalla Clinic
Courtesy: Delhi Mohalla Clinic

Ayushman Bharat Yojana: केंद्र सरकार दिल्ली में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) के क्रियान्वयन की समीक्षा कर रही है. सूत्रों के अनुसार, इस योजना के तहत 51 लाख लोगों को आयुष्मान भारत कार्ड जारी किए जाने की संभावना है. वहीं, सरकार मोहल्ला क्लीनिकों को 'आयुष्मान आरोग्य मंदिर' में बदलने पर भी विचार कर रही है. यदि यह बदलाव किया जाता है, तो इन स्वास्थ्य केंद्रों को योजना के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय दिल्ली सरकार से मोहल्ला क्लीनिकों की मौजूदा स्थिति पर रिपोर्ट मांगेगा और यह जांच करेगा कि क्या इन्हें आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में बदला जा सकता है या नहीं.

मोहल्ला क्लीनिकों में सुधार की कवायद

आपको बता दें कि सरकार मोहल्ला क्लीनिकों में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर गंभीर है. एक सूत्र के अनुसार, ''सरकार मोहल्ला क्लीनिकों में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार को लेकर चिंतित है. दिल्ली के नए स्वास्थ्य मंत्री से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी गई है, ताकि यह तय किया जा सके कि क्या इन्हें आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में तब्दील किया जा सकता है.'' गौरतलब है कि जनवरी 2024 में उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने दिल्ली सरकार द्वारा संचालित मोहल्ला क्लीनिकों में कथित फर्जी डायग्नोस्टिक टेस्ट और निजी प्रयोगशालाओं को अनुचित लाभ पहुंचाने के आरोपों की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे.

आयुष्मान कार्ड से मिलेगी मुफ्त इलाज की सुविधा

वहीं बता दें कि सरकार का लक्ष्य राष्ट्रीय राजधानी में 51 लाख लोगों को आयुष्मान भारत कार्ड जारी करना है. यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सालाना 5 लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा प्रदान करती है. इसके तहत, लाभार्थियों को सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलती है. आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में सर्वाइकल, ब्रेस्ट और ओरल कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की स्क्रीनिंग अनिवार्य होगी. साथ ही, इन केंद्रों पर सामान्य गैर-संक्रामक रोगों (NCDs) की पहचान और उपचार की व्यवस्था भी की जाएगी.

AAP सरकार ने अब तक नहीं अपनाई योजना

इसके अलावा, आप (AAP) शासित दिल्ली सरकार और पश्चिम बंगाल सरकार ने अभी तक आयुष्मान भारत योजना को लागू नहीं किया है. यह योजना देश के आर्थिक रूप से कमजोर 40% आबादी को कवर करती है और करीब 12.37 करोड़ परिवारों के 55 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ देती है. हाल ही में इस योजना का विस्तार कर 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के 6 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों को भी इसमें शामिल किया गया है, चाहे उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति कुछ भी हो. दिल्ली में यदि मोहल्ला क्लीनिकों को आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में तब्दील किया जाता है, तो इससे लाखों नागरिकों को लाभ मिलेगा और वे मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाओं का फायदा उठा सकेंगे.