अमेरिका में हाल के महीनों में हिंदू मंदिरों पर हमले और भारत विरोधी नारेबाजी की घटनाएं बढ़ गई हैं. भारत सरकार ने इन घटनाओं को गंभीरता से लिया है और इसे लेकर चिंता जताई है. विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे को अमेरिकी प्रशासन के सामने मजबूती से उठाया है.
विदेश मंत्रालय का बयान
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने शुक्रवार को लोकसभा में बताया, "मंदिरों और पूजा स्थलों पर हमले और तोड़फोड़ की सभी घटनाओं को राजनयिक माध्यमों से तुरंत मेजबान सरकार के समक्ष उठाया जाता है." उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत सरकार विदेश में रहने वाले भारतीय नागरिकों और समुदाय की सुरक्षा को सबसे ऊपर रखती है. सिंह ने कहा, "विदेश में भारतीय नागरिकों और भारतीय समुदाय के कल्याण, सुरक्षा और संरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है."
अमेरिका में हिंदू विरोधी हमले बढ़े: मंदिरों को क्षतिग्रस्त किया गया - विदेश मंत्रालय
— RT Hindi (@RT_hindi_) April 4, 2025
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिका में हाल के महीनों में हिंदू मंदिरों पर हमले और भारत विरोधी ग्रैफिटी लिखने की घटनाएं बढ़ी हैं।
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने शुक्रवार को… pic.twitter.com/cQkNMcDZWZ
अमेरिकी जांच और प्रतिक्रिया
कीर्ति वर्धन सिंह ने जानकारी दी कि अमेरिकी कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने इन घटनाओं को गंभीरता से लिया है. उन्होंने कहा, "अमेरिकी कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने बताया है कि मंदिरों और पूजा स्थलों पर तोड़फोड़ के ऐसे सभी मामलों की घृणा अपराधों के रूप में जांच की जा रही है." इसके साथ ही, अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों ने भी सुरक्षा एजेंसियों से हिंदुओं को निशाना बनाने वाले अपराधों के खिलाफ ठोस रणनीति बनाने की मांग की है.
बढ़ती चिंता
अमेरिका में हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा और भेदभाव की ये घटनाएं न केवल धार्मिक स्वतंत्रता पर सवाल उठाती हैं, बल्कि भारत-अमेरिका संबंधों पर भी असर डाल सकती हैं. भारत सरकार ने इसे कूटनीतिक स्तर पर उठाकर यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि ऐसी घटनाओं पर रोक लगे और दोषियों को सजा मिले.