नई दिल्ली: 2024 लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर इंडिया गठबंधन के अंदर बातचीत का दौर शुरू है. यूपी में कांग्रेस, सपा और रालोद के इंडिया गठबंधन के बैनर तले चुनावी लड़ाई के लिए अपनी-अपनी तैयारियों को मुकम्मल रूप देने में जुटे हुए है. इसी कड़ी में सपा और रालोद के बीच औपचारिक गठबंधन का एलान कर दिया गया है.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पोस्ट पर लिखा "राष्ट्रीय लोक दल और सपा के गठबंधन की सभी को बधाई! जीत के लिए सभी एकजुट हो जाएं, जुट जाएं!
राष्ट्रीय लोक दल और सपा के गठबंधन की सभी को बधाई!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 19, 2024
जीत के लिए सभी एकजुट हो जाएं, जुट जाएं! pic.twitter.com/gIViekBEvV
यूपी में 80 लोकसभा की सीटें है. सूत्रों के मिली जानकारी के मुताबिक 80 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस को 8-10, समाजवादी पार्टी को 65 और जयंत चौधरी की पार्टी आरएलडी को 7 और चंद्रशेखर आजाद को 1 सीट दिया जा सकता है. सूत्रों की मानें तो रालोद पश्चिमी यूपी की सात सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. इनमें मेरठ, मथुरा, बागपत, मुज्जफरनगर, बिजनौर, अमरोहा और कैराना जैसी जाट बाहुल्य लोकसभा सीटें शामिल हैं. यहां जाट मतदाता निर्णायक भूमिका में रहते हैं. ऐसे में रालोद के सामने इन सीटों पर जीत हासिल करना बड़ी चुनौती रहने वाली है. रालोद एक बार फिर अपने पुराने समीकरण जाट, दलित और मुस्लिम गठजोड़ पर दांव लगा सकती है. जिससे समाजिक समीकरण साधा जा सकें.
राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी 2009 संसदीय चुनाव में मथुरा लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी. ऐसे में रालोद इस सीट को सुरक्षित सीट मान कर चल रही है. कहा जा रहा है कि अब जंयत चौधरी मथुरा संसदीय सीट से अपनी पत्नी चारू चौधरी को चुनाव मैदान में उतार सकते हैं. वहीं मुजफ्फरनगर या बागपत से जयंत चौधरी लोकसभा चुनाव लड़ सकते है.