Andhra Pradesh News: आंध्र प्रदेश में विधानसभा संपन्न होने के बाद चंद्रबाबू नायडू की TDP ने सरकार बनाई. उनका सहयोग बीजेपी और पवन कल्याण की जन सेना पार्टी ने की. सरकार के गठन के बाद आज विधानसभा का सत्र शुरू हुआ. इमसें विधायकों की शपथ कराई गई. दौरान मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को शपथ लेते देख लोग उनके पुरानी कसम को याद कर रहे हैं जिसमें उन्होंने CM बनने के बाद ही विधानसभा लौटने की बात की थी. आइये जानें क्या है क्या है पूरा मामला और चंद्रबाबू ने ऐसा क्यों किया था?
बता दें लोकसभा चुनाव 2024 के साथ ही 4 राज्यों में विधानसभा के लिए चुनाव कराए गए थे. इसमें से अरुणाचल और ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी ने और सिक्किम में SKM जबकि, आंध्र प्रदेश में तेलगू देशम पार्टी सत्ता में आई थी. इसके साथ पवन कल्याण और भाजपा भी NDA गठबंधन में शामिल रही हैं.
ढाई साल के अंतराल के बाद चंद्रबाबू नायडू शुक्रवार को विधानसभा आए. उनकी अनुपस्थिति उस घटना के कारण थी जिसमें उन्हें अपने परिवार के सदस्यों के खिलाफ टिप्पणियां कर अपमानित महसूस हुआ था. नवंबर 2021 में नायडू ने भावुक होकर कहा था कि मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद ही विधानसभा आउंगा
आज विधानसभा में प्रवेश करते समय नायडू ने झुककर जमीन को छुआ. टीडीपी विधायकों और सहयोगियों ने उनका स्वागत किया. इस दौरान उनके नाम वाली तख्तियां लेकर लोग आए थे. जब नायडू सदन में पहुंचे तो उनके स्वागत में नारे लगने लगे. सभी ने कहा कि सत्य की जीत हुई है, लोकतंत्र जीत गया है.
19 नवंबर, 2021 से विधानसभा में उनके परिवार के सदस्यों, विशेष रूप से उनकी पत्नी भुवनेश्वरी के खिलाफ कई टिप्पणियां की गई थी. तत्कालीन सत्तारूढ़ दल के सदस्यों के बयान के बाद नायडी आहत हो गए थे और विधानसभा न आने की बात कही थी.
चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि मैं अपमान सह रहा हूं, इसके इसके बाद भी मैं शांत हूं. बता दें अभिनेता-राजनेता और जनसेना प्रमुख पवन कल्याण ने भी अपने 16 साल के राजनीतिक करियर में पहली बार पिथापुरम विधायक और उपमुख्यमंत्री के रूप में सदन में प्रवेश किया है. बता दें इस चुनाव में 175 सदस्यीय सदन में 164 सीटें NDA को मिली है.