Andhra Landslides Updates: आंध्र प्रदेश में भारी बारिश के बाद गुंटूर में लैंडस्लाइड, 8 लोगों की मौत

Andhra Landslides Updates: आंध्र प्रदेश में भारी बारिश के बीच गुंटूर में भूस्खलन यानी लैंडस्लाइड से 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 3 अन्य बह गए. उनकी भी लाश बरामद कर ली गई. कुल 8 लोगों की मौत हुई है, जिसमें दो बच्चे भी शामिल हैं. भूस्खलन सुबह करीब 7.15 बजे विजयवाड़ा के मध्य में एक पहाड़ी से सटे मुगलराजपुरम कॉलोनी में हुआ.

वायरल वीडियो से लिया गया स्क्रीनशॉट.
India Daily Live

Andhra Landslides Updates: आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा शहर में भारी वर्षा के कारण हुए भूस्खलन में पांच लोगों की मौत हो गई. जबकि तीन अन्य शनिवार को गुंटूर जिले में एक कार उफनती हुई नदी में बह गए. भूस्खलन सुबह करीब 7.15 बजे विजयवाड़ा के बीचोबीच एक पहाड़ी से सटे मुगलराजपुरम कॉलोनी के सुन्नपुबट्टी केंद्र में हुआ. पहाड़ी से भारी पत्थर घरों पर गिरे. विजयवाड़ा पुलिस कमिश्नरेट के एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि लैंडस्लाइड से एक घर पूरी तरह से नष्ट हो गया, जिसमें अंदर रहने वाले चार लोग मारे गए, कम से कम तीन अन्य घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा.

विजयवाड़ा नगर आयुक्त एचएम ध्यानचंद्र ने कहा कि मोगलराजपुरम में भूस्खलन के कारण पांच लोगों की मौत हो गई. पुलिस और राजस्व अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान शुरू किया. अधिकारी ने कहा कि हालांकि, भारी बारिश के कारण बचाव अभियान में बाधा आई. प्रभावित घर पहाड़ियों के करीब स्थित थे, इसलिए आगे भी भूस्खलन की संभावना थी.

मृतकों की पहचान एम मेघना (25), बोलेम लक्ष्मी (49), लालू (20) के रूप में हुई है, जो बिहार के बताए जा रहे हैं और यहां मजदूरी के लिए आए थे. मृतकों में अन्नपूर्णा (55) और एक अन्य शामिल है. मेघना का शव मलबे से सबसे पहले निकाला गया, जबकि अन्य तीन के शवों को बाहर निकालने में 8 घंटे से अधिक का समय लगा. अधिकारी ने कहा कि जब बचावकर्मी पीड़ितों के शवों को निकालने का प्रयास कर रहे थे, दोपहर में एक और भूस्खलन हुआ, जिससे बचाव कार्य और जटिल हो गया. उन्होंने कहा कि भूस्खलन में घायल हुए छह अन्य लोग विजयवाड़ा के सरकारी अस्पताल में भर्ती हैं.

मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने घटना पर जताया दुख

मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने घटना पर दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. उन्होंने अधिकारियों से पहाड़ियों से सटे इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने को कहा.नायडू ने प्रभावित परिवारों को सरकार की सहायता का आश्वासन दिया और लोगों से इन अभियानों के दौरान अधिकारियों के साथ सहयोग करने का आग्रह किया. विजयवाड़ा पूर्वी क्षेत्र के विधायक गड्डे राम मोहन ने बचाव अभियान का निरीक्षण करने के लिए घटनास्थल का दौरा किया.

इसी से जुड़ी एक घटना में, विजयवाड़ा में लगातार हो रही बारिश के कारण इंद्रकीलाद्री पहाड़ी पर भी भूस्खलन हुआ. कई घरों पर पत्थर गिरे, लेकिन घाट रोड को पहले ही बंद कर दिए जाने के कारण एक बड़ा हादसा टल गया. विजयवाड़ा में शुक्रवार रात से भारी बारिश हो रही है, जिससे पूरा शहर थम सा गया है. जवाहरलाल नेहरू आरटीसी बस स्टेशन समेत कई जगहें घुटनों तक पानी में डूब गई हैं. बेंज सर्किल फ्लाईओवर समेत प्रमुख नेशनल हाइवे और राज्य की सड़कें पानी में डूब गई हैं, जिससे यात्रा करना मुश्किल हो गया है.

हैदराबाद और चेन्नई से आने वाली गाड़ियां रामवरपडु रिंग रोड पर फंसी

अधिकारियों ने बताया कि हैदराबाद और चेन्नई से आने वाले वाहन भारी यातायात के कारण रामवरपडु रिंग रोड पर फंस गए हैं. वहीं, जलभराव के कारण कोंडापल्ली-छत्तीसगढ़ नेशनल हाइवे समेत प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग भी प्रभावित हुए हैं. आईएमडी अमरावती के मौसम बुलेटिन के अनुसार, विजयवाड़ा में पिछले 24 घंटों में लगभग 187 मिमी बारिश हुई. विजयवाड़ा नगर निगम के अधिकारी और पुलिस हाई अलर्ट पर हैं और शहर में स्थिति की निगरानी कर रहे हैं ताकि जहां भी आवश्यक हो, बचाव और राहत उपाय किए जा सकें.

एक टीचर औऱ दो छात्रा उफनती नदी में बहे, तलाश जारी

इस बीच, शनिवार को गुंटूर जिले के पेडकाकानी ब्लॉक के उप्पलापाडु गांव में एक स्कूल शिक्षक और दो छात्र उफनती नदी में बह गए. शिक्षक की पहचान नादुम्पल्ली राघवेंद्र (38) के रूप में हुई है, जो नम्बुरु गांव के सरकारी स्कूल में गणित पढ़ाते हैं. वे अपने गांव के ही दो छात्रों (पसुपुलेटी सौरीश (6) और कोडुरी मनविथ (9)) के साथ अपने पैतृक स्थान उप्पलापाडु लौट रहे थे. 

पुलिस ने बताया कि जब टीचर की कार नाले को पार कर रही थी, राघवेंद्र ने स्टीयरिंग पर नियंत्रण खो दिया और कार पानी में पलट गई और बाढ़ में बह गई. शाम को उनके शव बरामद किए गए. बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण आंध्र प्रदेश के कई अन्य भागों में भारी से बहुत भारी वर्षा हुई, जो कि तीव्र होकर अवदाब में बदल गया.

आईएमडी ने कहा कि उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तट से दूर बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य और समीपवर्ती उत्तर-पश्चिम में बना निम्न दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है और शनिवार सुबह 5:30 बजे तक यह दबाव में तब्दील हो गया. 

कृष्णा जिले के पेनुमल्ली में सबसे अधिक 202.5 मिमी बारिश

आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) के प्रबंध निदेशक आर कुर्मनध ने संकेत दिया कि तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की उम्मीद है. कृष्णा जिले के पेनुमल्ली में शनिवार सुबह तक सबसे अधिक 202.5 मिमी बारिश हुई, इसके बाद विजयवाड़ा में 182 मिमी, कृष्णा जिले के उंगुटुर में 162 मिमी और एलुरु जिले में 148.5 मिमी बारिश हुई. भारी वर्षा के कारण तटीय आंध्र के अधिकांश जिलों में शनिवार को स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया.