आज पुलवामा आतंकवादी हमले की बरसी पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की है. यह हमला 14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में हुआ था, जिसमें 40 से अधिक सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे. इस हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था और सुरक्षा बलों की वीरता को सम्मानित किया गया था.
अमित शाह ने अपने संदेश में कहा है कि वह पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को नमन करते हैं. उन्होंने कहा है कि देश उनकी शहादत को कभी नहीं भूलेगा. पुलवामा हमले की बरसी पर देश भर में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है और उनकी शहादत को याद किया जा रहा है.
अमित शाह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक संदेश जारी कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. उन्होंने लिखा, "पुलवामा आतंकी हमले के शहीदों को नमन. उनका बलिदान हमेशा याद किया जाएगा. हम हमेशा उनके परिवारों के साथ खड़े हैं." उन्होंने यह भी कहा कि इस हमले में शहीद हुए जवानों का साहस और वीरता राष्ट्र के लिए प्रेरणा का स्रोत है और देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूल पाएगा.
साल 2019 में आज के ही दिन पुलवामा में हुए कायराना आतंकी हमले में वीरगति को प्राप्त हुए जवानों को कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।
— Amit Shah (@AmitShah) February 14, 2025
आतंकवाद समूची मानव जाति का सबसे बड़ा दुश्मन है और इसके खिलाफ पूरी दुनिया संगठित हो चुकी है। चाहे सर्जिकल स्ट्राइक हो या…
पुलवामा हमला एक भीषण आत्मघाती हमला था जिसमें एक विस्फोटक से भरे वाहन का उपयोग किया गया था, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद संगठन के आतंकवादियों ने सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाया था. इस हमले ने न केवल देश को स्तब्ध किया, बल्कि यह हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को भी बढ़ा दिया था. भारतीय सेना ने हमले के बाद ऑपरेशन "बियांड 250" के तहत पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकाने पर एयर स्ट्राइक की थी. अमित शाह ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ भारत का संघर्ष जारी रहेगा और किसी भी प्रकार के आतंकवाद का जवाब दिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व में भारतीय सेना और सुरक्षा बल आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने में सक्षम हैं.
पुलवामा हमले के शहीदों के परिवारों को सरकार द्वारा हर संभव मदद और सम्मान प्रदान किया गया है. शहीदों के सम्मान में कई राज्यों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं और उनकी वीरता को हर साल याद किया जाता है. अमित शाह का यह बयान पुलवामा हमले के शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में आया, जो भारतीय सुरक्षा बलों की बहादुरी और संघर्ष को सम्मानित करता है. यह घटना न केवल देश के लिए दुखद थी, बल्कि यह आतंकवाद के खिलाफ मजबूत प्रतिरोध की आवश्यकता को भी रेखांकित करती है. शहीदों का बलिदान हमेशा भारतीय जनता के दिलों में जीवित रहेगा.