Amit Shah On Bangladesh Migrants: बांग्लादेश ने भारत सरकार से राजनीतिक नेताओं को बांग्लादेशियों के बारे में 'आपत्तिजनक और अस्वीकार्य' टिप्पणी करने से बचने की सलाह देने का आह्वान किया है. ढाका ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से हाल ही में झारखंड की अपनी यात्रा के दौरान बांग्लादेशी नागरिकों के बारे में कथित तौर पर की गई अत्यधिक निंदनीय टिप्पणियों के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया है.
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को ढाका में भारतीय उप उच्चायुक्त को एक विरोध पत्र सौंपा. नोट के ज़रिए ढाका ने अपनी गंभीर आपत्ति, गहरी चोट और अत्यधिक नाराज़गी व्यक्त की. मंत्रालय ने ज़ोर देकर कहा कि पड़ोसी देश के नागरिकों के ख़िलाफ़ ज़िम्मेदार पदों से आने वाली ऐसी टिप्पणियां दो मित्र देशों के बीच आपसी सम्मान और समझ की भावना को कमज़ोर करती हैं.
Bangladesh lodges strong protest against Indian Home Minister Amit Shah’s remarks pic.twitter.com/lxxcCgn3pZ
— Rajat Pandit (@rajatpTOI) September 23, 2024
अमित शाह ने शुक्रवार को झारखंड में JMM के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर अपनी वोट बैंक की राजनीति के लिए अवैध घुसपैठ को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था और चेतावनी दी थी कि अगर इसे नहीं रोका गया तो अगले 25-30 सालों में राज्य में ऐसे अप्रवासी बहुसंख्यक हो जाएंगे.
शाह ने बोकारो में एक रैली में कहा था कि राज्य में घुसपैठियों के लिए कोई जगह नहीं है. वे हमारी बेटियों से शादी कर रहे हैं, ज़मीन हड़प रहे हैं और समृद्ध आदिवासी संस्कृति और विरासत को नष्ट कर रहे हैं... हम उनमें से हर एक को बाहर निकाल देंगे... यहां कमल खिलने दें.
अमित शाह ने दावा किया कि घुसपैठ के कारण संथाल परगना संभाग में आदिवासी आबादी 44% से घटकर 28% रह गई है. उन्होंने मौजूदा सरकार के दौरान हुए घोटालों का भी जिक्र किया, जिसमें साहिबगंज जिले में 1,000 करोड़ रुपये का खनन घोटाला, सेना की जमीन घोटाला और पेपर लीक घोटाला शामिल है. उन्होंने कहा था कि भाजपा सरकार भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक करने वाले तत्वों को उल्टा लटका देगी.