नई दिल्ली: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकसभा सुरक्षा चूक मामले को लेकर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखा है. खड़गे की ओर से राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ को लिखे गए खत में संसद की सुरक्षा में सेंध को गंभीर मामला बताते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से बयान जारी करने की मांग की गई है. खड़गे ने इस मुद्दे पर राज्यसभा में 267 नियम के तहत चर्चा किये जाने की मांग की है.
खड़गे ने अपने पत्र में लिखा "13 दिसंबर 2023 को लोकसभा चैंबर और संसद परिसर में हुई संसद की सुरक्षा का उल्लंघन हाल के दिनों में अद्वितीय एक बहुत ही गंभीर मामला है. मामले की गंभीरता को देखते हुए मैं तमाम राजनीतिक दलों के फ्लोर नेताओं के साथ परामर्श कर रहा हूं. संसद में यह विचार आया है कि यह मामला इतना महत्वपूर्ण है कि इसे काउंसिल ऑफ स्टेट्स (राज्यसभा) के नियमों और प्रक्रिया के नियम 267 के तहत उठाया जाना चाहिए. जब तक गृह मंत्री अमित शाह इस मामले पर बयान नहीं देते और उसके बाद नियम 267 के तहत चर्चा नहीं होती, तब तक सदन में कोई अन्य कार्य करने या यहां तक कि किसी अन्य बैठक आयोजित करने का अवसर नही है."
LoP Rajya Sabha Mallikarjun Kharge writes to Chairman of Rajya Sabha Jagdeep Dhankhar over yesterday's security breach in the Parliament House.
— ANI (@ANI) December 14, 2023
"The breach of Parliament security is a very grave matter unparalleled in the recent past. In view of the gravity of the matter, myself… pic.twitter.com/RFMcNLZ3sl
इससे पहले विपक्षी नेताओं ने संसद सुरक्षा मामले को लेकर राज्यसभा में विपक्ष के नेता से मुलाकात की. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि विपक्षी सदस्यों ने दोनों सदनों में सुरक्षा उल्लंघन को जोरदार तरीके से उठाने का फैसला किया है. अधीर रंजन चौधरी ने बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा "सदस्यों को नए संसद भवन में स्थानांतरित करने से पहले उचित सुरक्षा व्यवस्था की जानी चाहिए थी. इतने बड़े सुरक्षा उल्लंघन के बावजूद, न तो प्रधानमंत्री और न ही गृह मंत्री ने कोई बयान दिया है. इस पर चर्चा होनी चाहिए. एक भयावह खुफिया की जानकारी थी. पीएम मोदी और अमित शाह हमारे सांसद को इस बाबत अवगत करा सकते थे. अगर वे संसद में सदस्यों को सुरक्षित नहीं कर सकते, तो वे देश की सुरक्षा का आश्वासन कैसे दे सकते हैं? हम बेरोजगारी का मुद्दा भी उठाते रहे हैं."
संसद सुरक्षा उल्लंघन के संबंध में आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत पुलिस ने मामला दर्ज किया है. इससे पहले गृह मंत्रालय ने सुरक्षा उल्लंघन की जांच के आदेश दिए है. 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर हुई एक घटना में दो अज्ञात व्यक्ति शून्यकाल के दौरान दर्शक दीर्घा से लोकसभा के फर्श पर कूद गए और नारे लगाते हुए स्प्रे के जरिए धुआं फैला दिया. इस मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं छठा आरोपी ललित झा फरार है. जिसकी तफ्तीश पुलिस की ओर से जारी है.