Tirupati Laddu row: तिरुपति लड्डू विवाद के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को मांग की कि आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी को 28 सितंबर को अपनी प्रस्तावित यात्रा के दौरान तिरुमाला मंदिर में प्रवेश करने से पहले अपना धर्म घोषित करना चाहिए.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने रिपोर्टों का हवाला देते हुए दावा किया है कि रेड्डी के शासन के दौरान तिरुपति लड्डू की तैयारी में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया जा रहा था.
आंध्र प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दग्गुबाती पुरंदेश्वरी ने कहा, "आंध्र प्रदेश राजस्व बंदोबस्ती, नियम 16 और टीटीडी सामान्य विनियमन नियम 136 के अनुसार, गैर-हिंदुओं को दर्शन से पहले वैकुंठम कतार परिसर में घोषणा प्रस्तुत करनी चाहिए."
भाजपा नेता ने जोर देकर कहा कि जगन रेड्डी को तिरुमाला दर्शन शुरू करने से पहले अलीपीरी की गरुड़ प्रतिमा पर ही घोषणा प्रस्तुत करनी चाहिए.
उन्होंने कहा, "हमें बताया गया है कि जगन मोहन रेड्डी इस महीने की 28 तारीख को तिरुमाला जाने का इरादा रखते हैं. तिरुमाला में दशकों से अपनी आस्था की घोषणा करने की प्रथा प्रचलित है. एपी राजस्व बंदोबस्ती-1 के जीओ एमएस नंबर-311, नियम संख्या 16 के अनुसार, गैर-हिंदुओं को दर्शन से पहले वैकुंठम कतार परिसर में आस्था के रूप में घोषणा करनी चाहिए. यह टीटीडी के सामान्य नियम 136 के अनुसार भी है. भाजपा मांग करती है कि जगन रेड्डी तिरुमाला पर चढ़ने से पहले ही अलीपीरी में गरुड़ प्रतिमा के पास अपनी आस्था की घोषणा कर दें."
टीडीपी प्रवक्ता कोम्मारेड्डी पट्टाभि राम ने कहा कि मंदिर जाने की योजना बनाने से पहले अपनी आस्था की घोषणा करना जगन रेड्डी की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि भगवान बालाजी उनके "पापों" को माफ नहीं करेंगे, भले ही वह घुटनों के बल सात पहाड़ियों पर चढ़ जाएं.