अमरनाथ यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. इस वर्ष की यात्रा की तिथि घोषित कर दी गई है, जिससे भक्तों में उत्साह की लहर दौड़ गई है. अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड (SABSB) की बैठक जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में राजभवन में संपन्न हुई, जिसमें यात्रा की रूपरेखा तय की गई.
इस वर्ष अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई 2025 से शुरू होकर 9 अगस्त 2025 तक चलेगी. भक्तजन इस पवित्र तीर्थ की यात्रा दो मार्गों से कर सकेंगे पहलगाम और बालटाल. पहलगाम मार्ग अपेक्षाकृत लंबा और सुविधाजनक माना जाता है, जबकि बालटाल मार्ग छोटा लेकिन चुनौतीपूर्ण है.
श्रद्धालुओं को यात्रा के लिए पूर्व पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा. इसके अलावा, सरकार द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो. आधुनिक तकनीक और सुरक्षा बलों की सहायता से इस वर्ष यात्रा को अधिक सुगम और सुरक्षित बनाने की तैयारी की गई है.
बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु इस पवित्र गुफा की ओर रुख करते हैं. यात्रा की घोषणा होते ही भक्तों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. पवित्र अमरनाथ गुफा में प्राकृतिक रूप से बनने वाला बर्फ का शिवलिंग हिंदू धर्म में आस्था का एक महत्वपूर्ण केंद्र है. अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों की संभावित बढ़ती संख्या को देखते हुए, बैठक में जम्मू, श्रीनगर और अन्य स्थानों पर केंद्रों पर ठहरने की क्षमता बढ़ाने, ई-केवाईसी के लिए यात्री सुविधा केंद्रों का संचालन, आरएफआईडी कार्ड जारी करने, नौगाम और कटरा रेलवे स्टेशनों सहित कई स्थानों पर तीर्थयात्रियों का मौके पर पंजीकरण करने के उपायों पर चर्चा की गई.