सांप के जहर से मनी लॉन्ड्रिंग तक, एल्विश यादव को ED ने क्यों भेज दिया समन?

Elvish Yadav:  ईडी ने एल्विश यादव को सांपों के जहर से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में फिर से समन भेजा है. समन के तहत ईडी ने उन्हें 23 जुलाई को पेश होने के लिए कहा है. इससे पहले उन्हें 8 जुलाई को पेश होने के लिए कहा गया था लेकिन उन्होंने ईडी से 15 दिन का समय मांगा था. ईडी ने उन्हें समय दिया और अब नया समन भेजकर उन्हें 23 जुलाई को पेश होने को कहा है.आखिर सांप के जहर से लेकर मनी लॉन्ड्रिंग केस तक एल्विश यादव कैसे आए? आइए जानते हैं. 

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Elvish Yadav:  बिग बॉस ओटीटी सीजन 2 के विनर एल्विश यादव फिर मुश्किल में पड़ सकते हैं. यूपी की राजधानी लखनऊ के रीजनल प्रवर्तन निदेशालय ने  नोएडा में सांप के जहर वाली रेव पार्टी की घटना से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एल्विश यादव को समन भेजा है. सांपों के जहर से लेकर मनी लॉन्ड्रिंग केस तक एल्विश यादव कैसे आ गए. किस तरह से वह कानून से घिरते गए आइए जानते हैं. 

मई में ईडी ने नोएडा पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR  के आधार पर एल्विश यादव के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत केस दर्ज किया था.  

सांपों के जहर मामले में गिरफ्तारी से लेकर मनी लॉन्ड्रिंग केस में कैसे फंसे एल्विश यादव?

कब शुरू हुआ मामला: मामला शुरू होता है 3 नवंबर 2023 से. इस दिन नोएडा पुलिस ने सेक्टर 51 में छापेमारी करके 5 लोगों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने इनके पास से 9 अलग-अलग तरह के सांप बरामद किए थे. इसके साथ पुलिस को  20 मिलीलीटर सांप का जहर भी मिला था.

एल्विश का नाम: पुलिस ने गिरफ्तार हुए 5 लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने कहा कि सांप के जहर का इस्तेमाल रेव पार्टी में होता है. इस दौरान गिरफ्तार लोगों ने एल्विश यादव का नाम लिया.

PFA ने एल्विश के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत:  इसके बाद पुलिस ने एल्विश यादव समेत 7 अलग-अलग लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था. यह FIR नोएडा सेक्टर 49 थाने में PFA (People For Animal) नामक संस्था ​​ने  दर्ज कराई थी. इस संस्था को बीजेपी की पूर्व सांसद मेनका गांधी चलाती हैं.

एल्विश से पूछताछ- पुलिस ने एल्विश यादव को पूछताछ के लिए बुलाया. कुछ घंटों की पूछताछ के बाद उन्हें जाने दिया गया.  बाद में गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के आदेश पर केस को सेक्टर 20 थाने में ट्रांसफर कर दिया गया था.

सांप के जहर को जांच के लिए भेजा गया: पुलिस ने बरामद जहर को जयपुर फोरेंसिक लेबोरेटरी में जांच के लिए भेजा. फोरेंसिक रिपोर्ट में पता चला कि जहर कैरते और कोबरा प्रजाति के सांपों का था. ये सांप खतरनाक श्रेणी में आते हैं.

फोरेंसिक रिपोर्ट का एल्विश ने उड़ाया मजाक:  फरवरी में आई सांप के जहर की रिपोर्ट पर पर एल्विश यादव ने वीडियो बनाकर मजाक उड़ाया. हालांकि, उसने अगले ही दिन यू टर्न ले लिया और प्रशासन की तारीफ की.

बदली गईं FIR  की धाराएं : इसके बाद पुलिस ने एफआईआर में कई धाराओं को बदल दिया.  एफआईआर में सांप के जहर का इस्तेमाल करने के लिए एल्विश पर एनडीपीएस 8, 20, 27, 27ए, 29, 30, 32 धाराएं भी जोड़ दी गई.

एल्विश के कई वीडियो हुए वायरल:  इस दौरान कई वीडियो वायरल हुए. वायरल वीडियो में एल्विश कथित रूप से रेव पार्टी में नजर आए. कई वीडियो में उन्हें नशा करते हुए भी देखा गया.

हो गए गिरफ्तार: 17 मार्च को नोएडा पुलिस एल्विश के साथ 5 अन्य को गिरफ्तार कर लेती है. कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.

5 दिन में मिली जमानत:  गिरफ्तारी के 5 दिन बाद ही एल्विश यादव को स्थानीय कोर्ट ने जमानत दे दी थी. एल्विश बाहर आते हैं. वह खुद को बेगुनाह बताते हैं.

पुलिस की चार्जशीट:  6 मार्च को इस केस में नोएडा पुलिस कोर्ट में 1200 पन्नों की चार्जशीट दाखिल करती है. चार्जशीट में बताया गया कि एल्विश सपेरों के संपर्क में था और उस स्थान से एक जहरीला सांप 20 मिलीलीटर जहर भी बरामद किया गया था.

4 मई को ईडी ने दर्ज किया मनी मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा:  4 मई को ED ने एल्विश यादव के खिलाफ PMLA के तहत मुकदमा दर्ज किया. उन पर आरोप है कि वह रेव पार्टी में सांपों के जहर का इस्तेमाल करते थे.

8 जुलाई को पेश होने लिए समन:  ईडी ने नोटिस जारी कर 8 जुलाई को एल्विश यादव को पेश होने को कहा था. हालांकि, एल्विश की ओर से बताया गया कि वो किसी काम से बाहर जा रहे हैं इसलिए समन की डेट बढ़ाई जाए.

अब 23 जुलाई को होना है पेश: एल्विश ने विदेश जाने का हवाला देकर 15 दिन का समय मांगा था जिसके बाद  ईडी ने अब फिर से समन जारी कर एल्विश यादव को 23 जुलाई को पेश होने के लिए कहा है.