Alirajpur Crime News: एक घर में तीन बच्चों और उनके माता-पिता के शव फंदे से लटके मिले हैं. घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है. फिलहाल, प्रारंभिक तौर पर सामूहिक आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है. इस मामले की तुलना 6 साल पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हुए बुराड़ी कांड से की जा रही है. जहां एक घर में एक साथ एक ही परिवार के 11 लोगों के शव मिले थे. जांच में मामला सामूहिक हत्याकांड का निकला था.
घटना मध्य प्रदेश के अलीराजपुर के सोंडवा इलाके की बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक, मृतकों की पहचान राकेश, उसकी पत्नी ललिता और दंपत्ति के बच्चे लक्ष्मी, प्रकाश और अक्षय के रूप में हुई है. सोमवार सुबह मृतक राकेश के चाचा जब उनके घर पहुंचे तब उन्हें घटना की जानकारी हुई. इसके बाद पुलिस को इसकी खबर दी गई.
मृतक राकेश के रिश्तेदारों ने हत्या की आशंका जताई है. रिश्तेदारों समेत राकेश के पड़ोसियों का दावा है कि पूरा परिवार खुशहाल था. कभी किसी तरह की दिक्कत वाली बात नहीं सुनी. ऐसे में आत्महत्या का सवाल ही नहीं उठता. राकेश के परिजन ने पुलिस से मामले की अच्छे तरह से पड़ताल की मांग की है.
वारदात की सूचना के बाद घटनास्थल पर मौजूद अलीराजपुर के एसपी राजेश व्यास ने कहा कि घटना के कारणों की तलाश की जा रही है. एफएसएल की टीम को यहां बुलाया गया है. उन्होंने कहा कि सुबह करीब 7 बजे वारदात की सूचना मिली थी, जिसके बाद पुलिस की टीम के साथ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और जांच पड़ताल में जुट गए. उन्होंने कहा कि पांचों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. फिलहाल, रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
उधर, जिलाधिकारी डॉक्टर अरविंद अभय बेडेकर ने भी घटना को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि पांचों लोगों की मौत किन परिस्थितियों में मौत हुई, ये जांच का विषय है. फिलहाल, कुछ भी बताना या कहना जल्दबाजी होगी. पुलिस की टीम पड़ताल में जुटी है. आसपास के लोगों से भी जानकारी जुटाई जा रही है.
एक जुलाई 2018 को दिल्ली के बुराड़ी इलाके में एक परिवार के 11 लोगों के शव मिले थे. कहा जा रहा था कि किसी तांत्रिक के कहने पर पूरे परिवार ने एक साथ मौत को गले लगा लिया था. बुराड़ी के संत नगर में एक घर के अंदर जब 11 लोगों के शव एक साथ मिले थे, तब मामला नेशनल लेवल पर चर्चा में आ गया था.