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'कांग्रेस की गोद में बैठे अखिलेश... जेपी को श्रद्धांजलि देने का कोई अधिकार नहीं', जमकर बरसे केशव प्रसाद मौर्य

Keshav Prasad Maurya: UP के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनको बताना चाहिए कि वह कांग्रेस की गोद में क्यों बैठे हैं?

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Edited By: Avinash Kumar Singh
'कांग्रेस की गोद में बैठे अखिलेश... जेपी को श्रद्धांजलि देने का कोई अधिकार नहीं', जमकर बरसे केशव प्रसाद मौर्य

नई दिल्ली: UP के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनको बताना चाहिए कि वह कांग्रेस की गोद में क्यों बैठे हैं? केशव प्रसाद मौर्य की ओर से यह बयान तब सामने आया जब अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि उन्हें लखनऊ विकास प्राधिकरण की ओर से जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माला चढ़ाने से रोका गया.

'कांग्रेस की गोद में बैठे अखिलेश...जेपी को श्रद्धांजलि देने का कोई अधिकार नहीं'

केशव प्रसाद मौर्य ने आरोपों की बौछार करते हुए कहा "सपा प्रमुख सत्ता के बिना बेचैन हो गए हैं. जब देश में आपातकाल लगाया गया और लोक नायक जयप्रकाश नारायण को तत्कालीन कांग्रेस पार्टी के खिलाफ लड़ना पड़ा और जेल जाना पड़ा. उस समय भी कांग्रेस को उखाड़ फेंका गया था और बीजेपी अब भी ऐसा करेगी. अखिलेश यादव को बताना चाहिए कि कांग्रेस की गोद में वो क्यों बैठे है? अगर वह कांग्रेस की गोद में बैठे हैं तो उन्हें जयप्रकाश नारायण को श्रद्धांजलि देने का कोई अधिकार नहीं है वह सत्ता के बिना बेचैन हैं"

'जेपी की तरह सम्पूर्ण क्रान्ति का होगा आह्वान'

अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म  एक्स पर एक पोस्ट में कहा "महान समाजवादी विचारक, सामाजिक न्याय के प्रबल प्रवक्ता लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की जयंती पर अब क्या सपा को माल्यार्पण करने से रोकने के लिए ये टिन की चद्दरें लगाकर JPNIC का रास्ता रोका जा रहा है. सच ये है कि BJP लोकनायक जयप्रकाश जी के भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोज़गारी और महंगाई के खिलाफ छेड़े गये आंदोलन की स्मृति को दोहराने से डर रही है क्योंकि भाजपा के राज में तो भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोज़गारी और महंगाई तब से कई गुना ज़्यादा है. अब क्या माल्यार्पण के लिए भी जयप्रकाश नारायण जी की तरह सम्पूर्ण क्रान्ति का आह्वान करना पड़ेगा. अगर भाजपा को यही मंजूर है तो यही सही"

सुरक्षा कारणों से जेपीएनआईसी गेट पर लगा ताला

लखनऊ विकास प्राधिकरण ने जेपीएनआईसी के गेट पर ताला लगाने और प्रतिमा के पास भारी सुरक्षा बल तैनात करने के लिए सुरक्षा कारणों का हवाला दिया. जेपी ने आपातकाल के दौरान कांग्रेस पार्टी के खिलाफ पूरे विपक्ष को एकजुट करके देश में पहली गैर-कांग्रेसी सरकार बनाई. उन्हें 1970 के दशक के मध्य में तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ संपूर्ण क्रांति का आह्वान करते हुए विपक्षी दलों के इंद्रधनुषी गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए याद किया जाता है.

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