उत्तर प्रदेश के हाथरश में सत्संग के बाद मची भगदड़ में मौतों का आंकड़ा बढ़कर 123 हो गया है. इसमें 113 महिलाएं समेत कई पुरुष और बच्चे शामिल हैं. इस मामले में पुलिस ने एटा, हाथरस और मैनपुरी से 30 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है. यह सभी भोले बाबा से जुड़े हैं. पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है. वहीं, अब इस घटना पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रशासन और प्रदेश की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.
हाथरस हादसे पर अखिलेश यादव ने कहा, 'बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है. यह दुख की बात है, प्रदेश में इस तरह के कार्यक्रम समय-समय पर होते रहते हैं उसके लिए सरकार ने सत्संग वाली जगहों पर जिम्मेदार अधिकारियों को क्यों नहीं भेजा. पूरी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की है. जब कभी की इस तरह के आयोजन होते हैं तो भीड़ होती है. इस पर प्रशासन ने ध्यान क्यों नहीं दिया' .
मीडिया से बातचीत में अखिलेश यादव ने हाथरस हादसे में मरने वालों का आंकड़ा छिपाने का आरोप भी सरकार पर लगाया है. उन्होंने कहा, 'सरकार हर बात छिपाना चाहती है. सरकार मरने वाले लोगों की संख्या भी गलत बता रही है. सरकार असली मुद्दा छुपा रही है. वह चाहती है कि हाथरस मुद्दे से सबका ध्यान हट जाए. सरकार से सवाल पूछना चाहिए, उनके पास जो जिम्मेदारी है उससे वह भाग नहीं सकती.'
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, 'सरकार को फुर्सत ही नहीं है. इस विभाग के मंत्री अपना स्वार्थ पूरा करना चाहते हैं तो विभाग पर ध्यान कौन देगा. हाथरस में इतना बड़ा हादसा कैसे हुआ, इसका जवाब सरकार को देना होगा.'
#WATCH लखनऊ: हाथरस घटना पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, "सरकार हर बात छुपाना चाहती है। ये बात आपसे (मीडिया) बेहतर कौन जानता है?...सरकार सिर्फ असली मुद्दा छुपाना चाहती है...सरकार अपनी जिम्मेदारियों से भाग नहीं सकती। मुझे नहीं लगता कि इस (घटना) के पीछे कोई साजिश… pic.twitter.com/QqlfDYTCXQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 4, 2024
भोले बाबा के सत्संग में भची भगदड़ के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव की इस बाबा के साथ एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. इन तस्वीरों में सपा अध्यक्ष पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठे दिख रहे हैं. हालांकि ये तस्वीर बाबा के कार्यक्रम की है या नहीं ये स्पष्ट नहीं है.
बता दें कि कल यानी बुधवार को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाथरस जाकर घायलों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा, 'यह हादसा एक साजिश जैसा है. लोग मरते गए, सेवादार वहां से भाग गए. उन्होंने न तो प्रशासन को इसकी सूचना दी और न ही लोगों की मदद की. इस मामले में जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा.'