नई दिल्ली: रामलला प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अयोध्या में तैयारियां अपने अंतिम दौर में है. रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव को निमंत्रण भेजा गया है. जिसको लेकर सियासत भी तेज हो चली है. अखिलेश यदव को न्यौता मिलने पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की बड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है.
केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि "अखिलेश यादव का दिमाग सही नहीं है. उनको किसी अच्छे डॉक्टर से इलाज करने की जरूरत है. हम प्रार्थना करते हैं कि ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि दे ताकि उनका दिमाग ठीक हो सके. उन्हें डर लग रहा है कि यह कमल के फूल का मंदिर है या बीजेपी का मंदिर है. नरेंद्र मोदी अगर देश के पीएम नहीं बनते तो शायद आज रामलला का मंदिर ना बन पाता और न ही हम सब 22 जनवरी का इंतजार ना कर रहे होते."
केशव प्रसाद मौर्य ने अपने बयान में आगे कहा कि हकीकत यह है कि यह हर राम भक्त का मंदिर है. हर राष्ट्रभक्त का मंदिर है.रामलला का मंदिर हिंदुओं का भी है और मुसलमानो का भी है. हिंदू प्रभु राम को भगवान के रूप में पूजते हैं, जबकि वह मुसलमानो के पूर्वज हैं. अखिलेश यादव का कोई भविष्य नहीं है. मौजूदा और आने वाला समय बीजेपी और मोदी का है. रामलला का भव्य मंदिर बनना कारसेवकों के लिए बेहद गर्व की बात है. राम मंदिर का विरोध करने वालों की परवाह नहीं है."
रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाने के सवाल पर बीते दिनों अखिलेश यादव ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि हमारी परंपरा व पूर्वज कहते हैं कि जब भगवान बुलाते हैं तो सब जाते हैं और कब किसको भागवान बुला लें ये किसको पता है? अखिलेश के इस पुराने बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा किअखिलेश यादव को भी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बुलाया गया है. मैंने पहले उनका ये बयान पढ़ा था कि रामजी बुलाएंगे तो जाएंगे. तो अब उन्हें बुलाया गया है.