राजस्थान के अजमेर शहर में पिछले दिनों हैरान कर देने वाली घटना घटी थी. जहां के पुष्कर इलाके में पिछले दिनों देर रात डीजे बजाने का विरोध करने पर जानलेवा हमले में घायल हुए एडवोकेट पुरुषोत्तम जाखेटिया की शुक्रवार सुबह इलाज के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई. वहीं, इस घटना से गुस्साए वकीलों ने शनिवार को अजमेर, नसीराबाद, ब्यावर और पुष्कर में बंद का आह्वान किया. जिसके बाद वकीलों ने सड़कों पर उतरकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही वकीलों ने रैलियां निकालीं और कई दुकानों में तोड़फोड़ भी की.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इसी बीच, जाखेटिया के परिजनों ने उनका शव लेने से मना कर दिया और मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए. जहां परिवार का कहना है कि जब तक उनकी सभी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक वे शव नहीं लेंगे.
राजस्थान – अजमेर में वकीलों का तांडव !! https://t.co/xQhHhktHyV pic.twitter.com/Y52BpAwyJz
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) March 8, 2025
जानिए क्या है पूरा मामला?
इस दौरान अजमेर बार एसोसिएशन के सचिव दीपक गुप्ता ने कहा, "पुरुषोत्तम जाखेटिया के घर के पास कुछ युवक शराब के नशे में डीजे बजाकर शोर मचा रहे थे. ऐसे में जब एडवोकेट जाखेटिया ने उन्हें मना किया तो उन पर हमला किया गया. जहां जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
वकीलों की पांच प्रमुख मांगें
वकीलों के प्रदर्शन के बाद, दीपक गुप्ता ने प्रशासन से पांच मुख्य मांगें की हैं. इनमें से पहली मांग है कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए और एक सरकारी नौकरी दी जाए. इसके अलावा, उन्होंने एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने, अवैध शराब दुकानों और डीजे की आवाज़ को बंद करने की भी मांग की. वकीलों ने प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा है, लेकिन अब तक उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया है.
अब तक इस मामले में 9 आरोपी हुए गिरफ्तार
हालांकि, पुलिस ने अब तक इस घटना में शामिल मुख्य आरोपी सहित अन्य तीन को गिरफ्तार कर लिया है. अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार किए जा चुका हैं. इसके साथ ही पुलिस ने घटना के दिन मौजूद मॉडिफाइड डीजे वाहन भी जब्त किया है.