महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कन्या जन्म दर और भ्रूण हत्या पर कुछ ऐसा कहा है, जिसकी वजह से वे लोगों के निशाने पर आ गए हैं. उन्होंने लिंगानुपात पर ऐसा बेतुका बयान दिया है, जिस पर लोगों का गुस्सा फूट रहा है. अजित पवार ने महिलाओं की घटती संख्या पर बात करते हुए द्रौपदी का जिक्र किया, जिसकी वजह से हंगामा बरप गया. उन्होंने ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या की वजह से कुछ जिलों में लिंगानुपात बेहद खराब हो गया है.
उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र के कई जिलों में अनुपात 1,000 पुरुषों पर 850 महिलाओं तक गिर गया है. कुछ जगहों पर 1,000 पुरुषों के मुकाबले 790 महिलाएं हैं. अगर ऐसा ही रहा तो भविष्य में स्थिति गंभीर होगी. द्रौपदी जैसी स्थिति बन सकती है.'
अजित पवार पुणे के इंदिरापुरम में डॉक्टरों की एक सभा में बोल रहे थे. उन्होंने कुछ महिला डॉक्टरों की शिकायत का जिक्र करते हुए कहा कि उन पर लिंग परीक्षण के दबाव पड़ते हैं. यह घातक ट्रेंड है, इसकी वजह से कन्या जन्म दर घट रही है.
अजित पवार ने यह भी कहा कि कुछ अस्पताल, अवैध कामों में लगे हैं, वहां ऐसी चीजें होती हैं. अजित पवार ने बीड़ का जिक्र करते हुए कहा कि बीड़ की स्थिति लोग जानते हैं. कुछ जिलों में पुरुष और महिला अनुपात बिगड़ गया है. आने वाले दिनों में स्थितियां और बिगड़ेंगी. किसी को द्रौपदी के बारे में सोचना पड़ सकता है.
क्यों द्रौपदी पर भड़का है बवाल?
द्रौपदी, महाभारत की अमर पात्र हैं. उनके पांच पति थे. युधिष्ठिर, भीम, अर्जुन, नकुल और सहदेव.धार्मिक इतिहास में महिला बहुविवाह का यह पहला मामला था. द्रौपदी के 5 पतियों को लेकर आज भी बहस होती है. लोगों का गुस्सा इसी वजह से भड़का है.
शरद गुट ने कहा- माफी मांगे अजीत पवार
शरद गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने अजीत पवार के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें माफी मांग लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि द्रौपदी का क्या मतलब है? अजित पवार के दिमाग का जहर बाहर निकल रहा है. उन्हें माफी मांगनी चाहिए.