22 साल का इंतजार... शख्स ने पिता की हत्या का लिया बदला, हत्यारे को ट्रक से कुचलकर मार डाला
Ahmedabad Crime News: अहमदाबाद में 30 साल के गोपाल सिंह भाटी नाम के शख्स ने अपने पिता के हत्यारे नखत सिंह भाटी को ट्रक से कुचलकर मार डाला. गोपाल ने अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए 22 साल तक इंतजार किया और उसे अंजाम देने से पहले उसने कई महीनों तक इसकी प्लानिंग भी की.
Ahmedabad Crime News: अहमदाबाद में बदला लेने की एक खौफनाक कहानी सामने आई है. बोदकदेव इलाके में 30 साल के एक शख्स ने अपने पिता के हत्यारे को 22 साल के इंतजार के बाद मौत के घाट उतार दिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी के पिता की जब हत्या हुई थी, तब वो आठ साल का था. आरोपी ने अपने पिता के हत्यारे की ट्रक से कुचलकर हत्या की. दावा किया जा रहा है कि आरोपी के पिता की भी ट्रक से ही कुचलकर हत्या की गई थी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी गोपाल सिंह भाटी अपनी पिता की हत्या के बाद बदला लेने की प्लानिंग करता रहा. मंगलवार दोपहर उसने वारदात को उस वक्त अंजाम दिया जब थलतेज इलाके में 50 साल का नखत सिंह भाटी अपनी साइकिल से कही जा रहा था. नखत सिंह भाटी एक रिहायशी कॉलोनी में सुरक्षा गार्ड के तौर पर काम करता था.
शुरू में माना गया हादसा, पड़ताल के बाद हत्या का मामला निकला
नखत सिंह भाटी को एक पिकअप ट्रक से कुचला गया था. शुरुआत में इसे हादसा माना गया. लेकिन पड़ताल के बाद ये हत्या का मामला निकला. जानकारी के मुताबिक, आरोपी गोपाल सिंह भाटी ने नखत को कुचलने के बाद भागने की कोशिश की, लेकिन कुछ ही दूरी पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया और लापरवाही से गाड़ी चलाकर जान से मारने का मामला दर्ज किया.
जांच में पता चला कि ये एक सुनियोजित हत्या थी. एन डिविजन ट्रैफिक के इंस्पेक्टर एसए गोहिल ने बताया कि 2002 में गोपाल के पिता हरि सिंह भाटी की राजस्थान के जैसलमेर में ट्रक से कुचलकर हत्या कर दी गई थी. नखत और उसके चार भाइयों को हरि की हत्या का दोषी ठहराया गया और उन्हें सात साल कैद की सजा सुनाई गई.
वारदात को अंजाम देने के लिए 8 लाख रुपये में खरीदा था ट्रक
इंस्पेक्टर गोहिल ने कहा कि वारदात के बाद से ही गोपाल बदला लेने की ताक में था. पुलिस ने बताया कि गोपाल ने पिछले हफ़्ते ही बनासकांठा के एक गांव से 8 लाख रुपये में पिकअप ट्रक खरीदा था. उसने 1.25 लाख रुपये का डाउन पेमेंट किया और बाकी रकम बैंक से लोन पर ली.
इंस्पेक्टर ने कहा कि गोपाल के मोबाइल फोन रिकॉर्ड से पता चला है कि वो पिछले हफ़्ते से नखत के घर अक्सर आता-जाता था, जिससे पता चलता है कि उसने अपने पिता की हत्या का बदला लेने से पहले रेकी की थी. गोहिल ने कहा कि नखत और गोपाल दोनों जैसलमेर से थे और उनके परिवारों और यहां तक कि जिस गांव से वे ताल्लुक रखते थे, उनमें भी दुश्मनी का लंबा इतिहास रहा है.
नखत बडोदा गांव से था और गोपाल अजासर गांव से. गोहिल ने कहा कि उन दोनों गांवों के लोग एक-दूसरे से बात नहीं करते. जाहिर तौर पर समझौता करने के कई प्रयास किए गए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि गोपाल के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा.