नई दिल्ली: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे विश्व आर्थिक मंच में हिस्सा लेने के लिए दावोस के दौरे पर है. इस दौरे को लेकर एकनाथ शिंदे ने कहा कि दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) में महाराष्ट्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग और प्रदर्शन का मौका मिलेगा. यह महाराष्ट्र के लिए एक बड़ा मौका है, क्योंकि दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में महाराष्ट्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग और शोकेसिंग का मौका मिलेगा, जहां दुनिया भर से लोग आते हैं. महाराष्ट्र के लिए बहुत बड़ा अवसर है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मंगलवार 16 जनवरी को विश्व आर्थिक परिषद की बैठक में प्रतिनिधिमंडल के साथ मौजूद रहेंगे. इस सम्मेलन में पहली बार रिकॉर्ड तीन लाख दस हजार करोड़ रुपये के MoU पर हस्ताक्षर होंगे.
2023 में WEF में महाराष्ट्र की भागीदारी को याद करते हुए मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि 1,37,000 करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए और उसका 76 फीसदी बदलाव और कार्यान्वयन हुआ. उन्होंने कहा कि 2024 में और अधिक एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाएंगे और उनका बड़े पैमाने पर कार्यान्वयन किया जाएगा. इससे पूरे राज्य में रोजगार आएगा. इससे न केवल बड़े शहरों में बल्कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में भी उद्योग आएगा और सभी को रोजगार मिलेगा. हमारी सरकार आने से पहले हमारा राज्य तीसरे-चौथे स्थान पर था, लेकिन हमारी सरकार बनते ही हमारा राज्य एफडीआई में नंबर वन बन गया. प्रधानमंत्री मोदी के 5 ट्रिलियन डॉलर का सपना पूरा हो गया है. हमने महाराष्ट्र में 1 ट्रिलियन रुपये का लक्ष्य रखा है.
महाराष्ट्र में निवेश करने पर जोर देते हुए शिंदे ने कहा कि लोग महाराष्ट्र आने के लिए तैयार हैं क्योंकि महाराष्ट्र में बड़ी संभावनाएं हैं. यहां बुनियादी ढांचा, कनेक्टिविटी और कुशल जनशक्ति है. महाराष्ट्र में उद्योग नीति बहुत लचीली है. यह यात्रा दावोस पिछली बार की तुलना में अधिक सफल होगा और एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाएंगे और उनका बड़े पैमाने पर कार्यान्वयन होगा.
महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा कि कि महाराष्ट्र को सबसे अधिक निवेश मिलेगा और यात्रा के दौरान ऐतिहासिक समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि एकनाथ शिंदे, अजीत पवार और देवेंद्र फड़नवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र को मिलेगा. सबसे ज्यादा निवेश और ऐतिहासिक एमओयू पर हस्ताक्षर होंगे. हमें कितना निवेश मिलेगा, इसका खुलासा वहां से वापस आने के बाद होगा.
विश्व आर्थिक मंच स्विट्जरलैंड में स्थित सार्वजनिक-निजी क्षेत्र सहयोग के लिए एक अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन है. फोरम की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार विश्व आर्थिक मंच की 54वीं वार्षिक बैठक पारदर्शिता, स्थिरता और जवाबदेही सहित विश्वास बढ़ाने वाले बुनियादी सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए जगह प्रदान करेगी. इस वार्षिक बैठक में 100 से अधिक सरकारें, सभी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठन, 1000 मंच भागीदार, साथ ही नागरिक समाज के नेता, विशेषज्ञ, युवा प्रतिनिधि, सामाजिक उद्यमी और समाचार आउटलेट का स्वागत किया जाएगा.