चुनावी दंगल में अपराध, देश के 45% विधायकों पर केस; ADR रिपोर्ट में बड़ा खुलासा
भारत में 54 विधायकों पर हत्या के आरोप हैं, जबकि 226 पर हत्या के प्रयास के आरोप हैं. ये आरोप भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302 और 307 के तहत लगाए गए हैं.
ADR Data MLAs Facing Criminal Charges In India: भारत की राजनीति में अपराध का साया अब भी बरकरार है. चुनाव सुधार संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की ताजा रिपोर्ट ने चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 4,092 विधायकों में से 1,861 (45%) ने खुद पर दर्ज आपराधिक मामलों की जानकारी दी है. इनमें से 1,205 विधायक गंभीर अपराधों में फंसे हैं, जिनमें हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध शामिल हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, आंध्र प्रदेश में सबसे ज्यादा 79% (138 विधायक) आपराधिक मामलों में फंसे हैं. इसके बाद केरल और तेलंगाना में 69% विधायक दागी पाए गए. बिहार (66%), महाराष्ट्र (65%) और तमिलनाडु (59%) भी इस लिस्ट में शामिल हैं. गंभीर अपराधों के मामले में भी आंध्र प्रदेश सबसे आगे है, जहां 56% विधायकों के खिलाफ हत्या और महिलाओं पर अपराध जैसे संगीन आरोप हैं.
अन्य राज्यों में भी हालात कुछ खास बेहतर नहीं हैं
तेलंगाना – 50% विधायकों पर गंभीर आपराधिक केस
बिहार – 49%
ओडिशा और झारखंड – 45%
महाराष्ट्र – 41%
कौन सी पार्टी में कितने भ्रष्ट?
अगर पार्टियों की बात करें तो तेलुगू देशम पार्टी (TDP) सबसे आगे है, जहां 134 में से 115 विधायक आपराधिक मामलों में फंसे हैं. इसके बाद DMK के 74% और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के 41% विधायकों पर केस दर्ज हैं.
बीजेपी के 1,653 विधायकों में से 638 (39%) दागी हैं, जिनमें 26% गंभीर आरोपों में घिरे हैं. वहीं, कांग्रेस के 646 विधायकों में से 339 (52%) पर आपराधिक केस दर्ज हैं. आम आदमी पार्टी (AAP) के 56% विधायक और समाजवादी पार्टी (SP) के 62% विधायक आपराधिक मामलों में फंसे हैं.
महिलाओं पर अपराधों में भी विधायकों का नाम
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि 127 विधायकों पर महिलाओं के खिलाफ अपराध दर्ज हैं. इनमें 13 विधायक बलात्कार के आरोपों में फंसे हैं. IPC की धारा 376 और 376(2)(n) के तहत ये केस दर्ज हुए हैं, जो बार-बार यौन शोषण से जुड़े मामलों से संबंधित है.