menu-icon
India Daily

'25 नहीं 21 साल की उम्र में लड़ने दीजिए चुनाव...', AAP सांसद राघव चड्ढा ने राज्यसभा में की मांग

Raghav Chadha: AAP के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने मांग उठाई है कि चुनाव लड़ने की न्यूनतम उम्र घटा दी जाए. आज उन्होंने राज्यसभा में मांग उठाई कि चुनाव लड़ने की उम्र सीमा 25 साल से घटाकर 21 साल कर दी जाए. यह बात रोचक इसलिए भी है कि राघव चड्ढा दो साल पहले सबसे युवा राज्यसभा सांसद के तौर पर चुने गए थे. तब उनकी उम्र सिर्फ 34 साल ही थी.

auth-image
Edited By: India Daily Live
Raghav Chadha
Courtesy: Social Media

आम आदमी पार्टी (AAP) के सबसे युवा राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने आज संसद में एक रोचक मांग की है. राघ चड्ढा ने संसद में कहा कि चुनाव लड़ने की न्यूनतम उम्र 25 साल से घटाकर 21 साल कर दी जानी चाहिए. इस पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने भी उनकी टांग खिंचाई करते हुए कहा कि आप इससे भी पहले आना चाहते थे क्या? सबसे कम उम्र के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा 2022 में सिर्फ 34 साल की उम्र में ही राज्यसभा के लिए चुने गए थे. इससे पहले वह दिल्ली की राजेंद्र नगर विधानसभा सीट से विधायक हुआ करते थे.

राघव चड्ढा ने जैसे ही सदन में इस मुद्दे को उठाना शुरू किया, सभापति जगदीप धनखड़ ने मजाक में ही उनसे कहा, 'इससे भी पहले आना चाहते थे क्या?' इस पर राघव ने कहा कि वह बता रहे हैं कि वह ऐसा मुद्दा क्यों उठा रहे हैं. राघव ने अपना तर्क रखते हुए कहा, 'भारत देश इस देश के सबसे युवा देशों में से आता है. हमारे देश की औसत उम्र सिर्फ 29 साल है. हमारे देश की 65 पर्सेंट आबादी 35 साल से कम आयु की है. हमारे देश की 50 पर्सेंट से ज्यादा आबादी 25 साल से भी कम है. मेरा सवाल है कि क्या हमारे चुने हुए नेता भी इतने युवा हैं?'

'हम बूढ़े नेताओं वाला युवा देश बन गए हैं'

AAP के राज्यसभा सांसद राघव ने आगे कहा, 'आपको जानकर अचंभा होगा कि जब इस देश की पहली लोकसभा चुनी गई थी तब उस समय पर 26 पर्सेंट लोग 40 साल से कम आयु के थे. अभी जो 17वीं लोकसभा दो-ढाई महीने पहले खत्म हुई उसमें सिर्फ 12 पर्सेंट लोग 40 साल से कम उम्र के थे. जैसे-जैसे देश जवान हो रहा है, हमारे चुने हुए प्रतिनिधि उस जवानी से दूर होते जा रहे हैं. हम एक बूढ़े नेताओं वाले युवा देश हैं. हमें युवा नेताओं वाला युवा देश बनना चाहिए.'

उन्होंने आगे कहा, 'ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि राजनीति को एक खराब प्रोफेशन समझा जाता है. जब बच्चा बड़ा होता है तो मां-बाप कहते हैं कि बड़े होकर बेटा डॉक्टर, इंजीनियर, खिलाड़ी बनना, कोई ये नहीं कहता कि राजनीति में जाना और नेता बनना. मुझे लगता है आज युवाओं को प्रोत्साहित करना चाहिए. इसलिए मैं यह सुझाव लाया हूं कि इस देश में जो चुनाव लड़ने की उम्र 25 साल है, मैं सरकार से निवेदन करता हूं कि सरकार उम्र को घटाकर 21 साल करे. जब देश का युवा 18 साल की उम्र में वोट डालकर अपना भविष्य चुन सकता है तो वह चुनाव भी लड़ सकते हैं.