दिल्ली के मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में कई प्रमुख भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता उपस्थित थे, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल थे. हालांकि, इस हाई-प्रोफाइल आयोजन में कुछ चेहरों की उपस्थिति ने ध्यान आकर्षित किया. खासतौर पर आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के नेताओं की उपस्थित ने राजनीतिक हलकों में चर्चा छेड़ दी.
शपथ ग्रहण में पहुंची स्वाति मालीवाल
इस शपथ ग्रहण समारोह में आम आदमी पार्टी (AAP) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल का चेहरा प्रमुख रूप से दिखाई दिया. हालांकि, पार्टी के अन्य नेता समारोह से गायब रहे. मालीवाल ने मीडिया से बातचीत करते हुए दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को बधाई दी और कहा, "दिल्ली की जनता ने उन्हें बड़ी उम्मीदों के साथ चुना है और मुझे विश्वास है कि वे उन उम्मीदों पर खरा उतरेंगी."
मालीवाल ने यह भी कहा कि CAG (कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल) की रिपोर्ट विधानसभा में प्रस्तुत की जानी चाहिए. इसके अलावा, विधानसभा चुनावों से पहले उन्होंने दिल्ली में ‘वर्ल्ड क्लास सुविधाओं’ के दावे को लेकर कई बार राजधानी का दौरा किया था और सच्चाई की जांच करने का वादा किया था.
कांग्रेस के देवेंद्र यादव का बयान
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव भी शपथ ग्रहण समारोह में मंच पर नजर आए, जहां वे मालीवाल के साथ बैठे थे. यादव ने न केवल मुख्यमंत्री को बधाई दी, बल्कि साथ ही दिल्ली कांग्रेस की ओर से पूरी सहयोग की पेशकश की. उन्होंने कहा, "अगर नई सरकार शीघ्र ही केजरीवाल सरकार द्वारा किए गए ढांचे के भारी नुकसान को सुधारने के लिए काम शुरू करती है, तो कांग्रेस उनका पूरा समर्थन करेगी."
केजरीवाल ने जनता के पैसे का दुरुपयोग किया
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल की सरकार ने अपनी सत्ता के दौरान जनता के पैसे का दुरुपयोग किया और अपनी भ्रष्टाचार की सुविधा के लिए सरकारी धन को लूटा. यादव ने गुप्ता को पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को आदर्श मानने की सलाह दी.ॉ और नई सरकार के प्रति अपनी प्रतिक्रिया दी. यह स्थिति राजनीतिक हलकों में अलग-अलग चर्चाओं का विषय बनी रही और आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि ये नेता किस प्रकार से दिल्ली की राजनीति में अपनी भूमिका निभाते हैं.