Sanjay Singh Released: आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह तिहाड़ जेल से रिहा हो चुके हैं. संजय सिंह को सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में जमानत दी थी लेकिन कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं होने के चलते संजय सिंह की रिहाई बुधवार शाम को हो पाई.
संजय सिंह ने जेल से बाहर आते ही आप कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ये संघर्ष का समय है और अभी हार नहीं मानना है. हमारा नेता जेल में है और जल्द ही जेल का ताला टूटेगा और हमारा नेता छूटेगा. संजय सिंह के इस तरह से कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या उन्होंने ईडी की शर्त की धज्जियां उड़ा दी हैं.
दरअसल संजय सिंह को कोर्ट ने जमानत देने से पहले शर्त के साथ रिहा किया था जिसके अनुसार संजय सिंह को दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में जांच कर रहे अधिकारी को अपना मोबाइल नंबर उपलब्ध कराना होगा और उन्हें जांच में सहयोग करना होगा. कोर्ट की शर्तों के अनुसार शराब नीति मामले में वह अपनी भूमिका को लेकर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे.
कोर्ट की शर्तों के अनुसार अगर वह दिल्ली से कहीं बाहर जाते हैं तो इसकी जानकारी जांच अधिकारी के साथ शेयर करेंगे और अपनी लोकेशन शेयरिंग भी ऑन रखेंगे. इसके अलावा कोर्ट ने उन्हें पासपोर्ट सरेंडर करने के लिए भी कहा था.
कोर्ट के नियमों के अनुसार संजय सिंह को शराब घोटाले में अपनी भूमिका को लेकर मीडिया से कोई बातचीत नहीं करनी है. जबकि संजय सिंह ने जमानत मिलने के साथ अपने पार्टी के नेता के बारे में बात की और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. ऐसे में उन्होंने कोर्ट की शर्त को नहीं तोड़ा है.
वहीं संजय सिंह की रिहाई के बाद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया और इस दौरान नारे भी लगाए. कार्यकर्ताओं ने 'जेल के ताले टूटेंगे, सारे नेता छूटेंगे' और 'जेल के ताले टूट गए, सारे नेता छूट गए' के नारे लगाते नजर आए.
VIDEO | AAP workers celebrate outside party office in Delhi after party MP Sanjay Singh was released from Tihar Jail. pic.twitter.com/CvPJklxO87
— Press Trust of India (@PTI_News) April 3, 2024
संजय सिंह की रिहाई के बाद बीजेपी की प्रतिक्रिया सामने आई है. बीजेपी ने कहा कि भ्रष्टाचारी नेता के बाहर आने पर जश्न मनाया जा रहा है. जमानत पर बाहर आने का मतलब अपराध मुक्त होना नहीं है. जमानत मिलती है तो खत्म भी होती है. बीजेपी ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी के चरित्र में मक्कारी है.