पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां सविता नाम की महिला ने कंगारू कोर्ट में अपमानित होने के बाद अपनी जान दे दी. मृतक महिला के भाई ने सोमवार को न्यू जलपाईगुड़ी पुलिस स्टेशन में घटना के बारे में शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद न्यू जलपाईगुड़ी पुलिस स्टेशन ने एक महिला समित दो लोगों को गिरफ्तार किया. पश्चिम बंगाल में इस तरह का यह दूसरा मामला है.
यह घटना फुलबाड़ी नंबर 1 ग्राम पंचायत की है. सूत्रों के मुताबिक फुलबाड़ी नंबर एक ग्राम पंचायत में रहने वाली महिला एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के चलते 8 दिन पहले लापता हो गई थी. उस वक्त महिला के पति ने सिलीगुड़ी थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. जहां गायब होने के 8 दिन बाद सविता ने अपने पति तपस बर्मन को फोन करके बताया कि वह खतरे में है और उसे वहां से ले जाने को कहा. इसके बाद तपस बर्मन अपनी पत्नी को घर चला गया.
इस मामले के बाद गांव वालों को महिला के अवैध संबंधों रखने की भनक लगी तो ग्रामिणों ने उस महिला के ऊपर कंगारू कोर्ट में मुकदमा कर दिया. जब महिला कोर्ट पहुंची तो वहां उसका सामूहिक अपमान हुआ. जहां कथित तौर पर दबंगों ने वहां उस महिला को पीटना शुरू कर दिया. जब पति ने अपनी पत्नी को बचाने की कोशिश की, तो भीड़ ने उसे भी पीटा.
लापता महिला को भीड़ ने उसके मायके वालों के सामने पीटा. इस पूरी वारदात के बाद महिला जब घर आई तो वह अपने साथ हुए उस अपमान को बर्दास्त नहीं कर पाई और उसी दिन देर शाम एसिड पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की. जहां आनन फानन में परिवार वालों ने उसे गंभीर हालत में पहले सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में भर्ती कराया. उसके बाद उसे बंगाल मेडिकल कालेज व अस्पताल में भेज दिया जहां महिला ने दम तोड़ दिया.
कंगारू कोर्ट में मुख्य भूमिका निभाने वाले 4 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इन गिरफ्तार किए गए लोगों में बखरा विट्टा गांव की स्थानीय तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता स्वप्ना अधिकारी भी शामिल है. न्यू जलपाईगुड़ी पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी निर्मल दास ने कहा, 'पीड़ित महिला के पति और वह व्यक्ति जिस पर अवैध संबंध का शक था, दोनों ने थाने में अलग-अलग रिपोर्ट दर्ज कराई जिसके आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
दरअसल बंगाल में पिछले दिनों में ऐसे कई लिंचिंग और सामूहिक पिटाई के मामले सामने आ रहे हैं. हालही में एक महिला और एक शख्स को सरेआम पिटाई करने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब तेजी से वायरल हुआ था. वहीं अब इस घटना के बाद सूबे में राजनीति भी गर्म है.
विपक्षी दलों ने इसे लेकर टीएमसी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,'बंगाल एक अपराधियों का राज्य होता जा रहा है. टीएमसी के गुंडे लगातार दिनदहाड़े लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. वे अपने कानून से ऊपर खुद को समझने लगे हैं'. बता दें कि बंगाल में पिछले 10 दिनों में 6 लिंचिंग की ऐसी घटनाएं सामने आई है.