एक बार सुलगा राजकोट, 10 घंटे के अंदर 2 बार दिल्ली, गर्मियों में क्यों लगती है बार-बार आग?
दिल्ली में रविवार को दो जगहों पर आग लगने की बड़ी घटना हुई. विवेक विहार के बाद कृष्णा नगर के एक घर में आग लगने से तीन लोगों की मौत हो गई.
दिल्ली में रविवार को दो जगहों पर आग लगने की बड़ी घटना हुई. विवेक विहार के बाद कृष्णा नगर के एक घर में आग लगने से तीन लोगों की मौत हो गई. हादसे में 10 लोग घायल हैं. यह आग चार मंजिला बिल्डिंग की पार्किंग में खड़ी 11 बाइकों में लगी हुई थी और पहली मंजिल तक फैल गई थी. कृष्ण नगर इलाके में स्थित एक बिल्डिंग में देर रात ढाई बजे के आसपास भीषण आग लग गई. फायर डायरेक्टर अतुल गर्ग ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि रात 2:35 पर फायर कंट्रोल रूम को कॉल मिली थी.
दमकल की पांच गाड़ियों ने आग पर काबू पा लिया है. पुलिस के मुताबिक कृष्णा नगर के बैंक ऑफ इंडिया के पास एक बिल्डिंग में आग लगी. आग पार्किंग में खड़ी गाड़ियों में लगी और फिर फैल गई. दमकल विभाग ने जब आग पर काबू पाया तो उन्हें पहली मंजिल पर एक जला हुआ शव मिला.
12 लोगों को किया गया रेस्क्यू
12 लोगों को वहां से रेस्क्यू किया गया, उनमें दो को गुरु तेग बहादुर हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बाकी 10 लोग घायल हैं. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, इस घटना में परमिला शाद (66) का जला हुआ शव पहली मंजिल से बरामद किया गया था. जबकि केशव शर्मा (18) और अंजू शर्मा (34) की भी मौत हो गई.
बच्चों के अस्पताल में आग लगी
इसके पहले दिल्ली के विवेक विहार में एक बच्चों के अस्पताल में आग लगी. हादसे में 7 नवजात बच्चों की मौत हो गई. दिल्ली फायर सर्विस ने कहा है कि 6 बच्चों को बचा लिया गया, जिनमें से एक की हालत बेहद खराब है. यह आग शनिवार देर रात 11.30 बजे लगी है. विवेक विहार पुलिस स्टेशन के मुताबिक आग न्यू बॉर्न बेबी केयर अस्पताल में लगी. न्यू बॉर्न बेबी केयर हॉस्पिटल में आग लगने की वजह भी सामने आई है. आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी जिसके बाद एक के बाद एक कई ऑक्सीजन सिलेंडर भी फटने लगे. देखते ही देखते पूरा अस्पताल आग की जद में आ गया और आग की लपटें उठने लगीं.
क्यों गर्मियों में बार-बार लगती है आग?
गर्मी के मौसम में ज्यादातर आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगती है. गर्मी होने की वजह से जैसे ही आग लगती है, तेज हवाएं उन्हें फैला देती हैं. ज्यादार अस्पतालों और सार्वजनिक स्थलों पर वेंटिलेशन के लिए सही रास्ते तक नहीं होते. सघन इलाकों में इसी वजह से लगी आज जानलेवा बन जाती है.