Karnak Temple: मिस्र के कर्नाक मंदिर परिसर में हुई खुदाई में 2,600 साल पुरानी एक सुराही मिली, जिसमें सोने के आभूषणों और प्राचीन देवताओं की मूर्तियाँ मौजूद थीं. इस खोज से 26वें राजवंश के दौरान मिस्र की धार्मिक और कलात्मक परंपराओं पर नई रोशनी पड़ी है. कर्नाक मंदिर, जो लक्सर के पास स्थित है, मिस्र का सबसे बड़ा और लंबे समय तक जीवित रहने वाला धार्मिक स्थल है. इसका निर्माण लगभग 4,000 साल पहले शुरू हुआ था और कई शताब्दियों तक इसमें नवीनीकरण और विस्तार होता रहा.
स्वर्ण आभूषण और ताबीज की खोज
आपको बता दें कि मिले हुए खजाने में सोने की अंगूठियां, ताबीज और देवताओं की मूर्तियां शामिल हैं. पुरातत्वविदों का मानना है कि इन वस्तुओं को रक्षा ताबीज के रूप में इस्तेमाल किया जाता था. मिस्र के पुरावशेष मंत्रालय के अनुसार, इसमें तीन प्रमुख देवताओं – अमुन, मुट और खोंसू की मूर्तियां भी शामिल हैं.
प्राचीन मिस्र में पूजा और अनुष्ठान
हालांकि, माना जा रहा है कि यह खजाना मंदिर में भेंट चढ़ाने या किसी अनुष्ठान के लिए इस्तेमाल किया गया होगा. मिस्र की सभ्यता में देवताओं को स्वर्ण आभूषण और मूल्यवान वस्तुएं अर्पित करने की परंपरा थी.