Gyanvapi Case: 'ज्ञानवापी में था हिंदू मंदिर', ASI सर्वे रिपोर्ट के बाद हिंदू पक्ष ने किया दावा

ज्ञानवापी मामले में बड़ी खबर सामने आ रही है. ASI सर्वे की कॉपी हिंदू और मुस्लिम पक्ष को मिल गई है. हिंदू पक्ष की ओर से विष्णु जैन ने कॉपी ली है.

Gyanendra Sharma

नई दिल्ली:  ज्ञानवापी मामले में बड़ी खबर सामने आ रही है. ASI सर्वे की कॉपी हिंदू और मुस्लिम पक्ष को मिल गई है. हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि इस रिपोर्ट के कुल पन्नों की संख्या 839 बताई जा रही है. इस रिपोर्ट को लेकर गुरुवार को विष्णु शंकर ने प्रेस कांफ्रेंस की और कई दावे किए. 

ASI ने 92 दिनों तक ने ज्ञानवापी परिसर का सर्वे किया था. सूत्रों के मुताबिक, सर्वे के दौरान ज्ञानवापी मस्जिद में स्वस्तिक के निशान, नाग देवता के निशान, कमल पुष्प के निशान, घंटी के निशान, ओम लिखा हुआ निशान, टूटी हुई विखंडित हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां भारी संख्या में मिली हैं. मंदिर के टूटे हुए खंभों के अवशेष भी मिले हैं.

वुजूखाना को छोड़कर ज्ञानवापी के हर हिस्से की ब्योरा

सूत्रों के मुताबिक ASI की रिपोर्ट में वुजूखाना को छोड़कर ज्ञानवापी के हर हिस्से की ब्योरा है. सभी जगहों पर फोटोग्राफी, वीडियो ग्राफी, थ्री डी इमेज और रासायनिक प्रकिया द्वारा सर्वे किए गए. सभी साक्ष्य वैज्ञानिक परीक्षण के आधार पर संकलित किए गए थे.तीनों गुंबद के ऊपर भी स्टडी टीम ने जांच की थी.  टीम ने वजूखाने को छोड़कर एक-एक जगह की बारीकी से जांच की थी. जो वस्तु मिली थीं उसे पहले ही प्रशासन ने अपनी कस्टडी में ले लिया था. 

पत्थर मिला शिलालेख?

विष्णु जैन कहा कि सर्वे के दौरान एक पत्थर मिला शिलालेख मिला जिसका टूटा हुआ हिस्सा पहले से ASI के पास था. पहले के मंदिर के पिलर को दोबारा से इस्तेमाल किया गया है. 34 जगहों पर देवनागरी, कन्नड़, तेलुगु इंस्क्रिप्शन (शिलालेख) मिले हैं. इससे पता चलता है कि मंदिर के ही हिस्से को मस्जिद बनाने में इस्तेमाल हुआ है. इस सर्वे में विभिन्‍न बिंदुओं पर टेंपल आर्किटेक्‍ट सामने आए हैं. ज्ञानवापी के तहखाने में सनातन धर्म से जुड़े सबूत भी मिलने का दावा किया गया है. वहीं तहखाने के अंदर खंभों पर हिंदू धर्म से जुड़ी तमाम कलाकृतियां मिली हैं.

बता दें कि  कोर्ट के आदेश के बाद ज्ञानवापी मस्जिद का ASI सर्वे कराया गया था. 18 दिसंबर को जिला जज को ASI ने सील बंद लिफाफे में स्टडी रिपोर्ट सौंपी थी. इसके बाद हिंदू पक्ष ने मांग की थी कि सर्वे रिपोर्ट की कॉपी दोनों पक्षों को सौंपी जाए. बुधवार 24 जनवरी 2024 को जिला कोर्ट ने दोनों पक्षों को रिपोर्ट शौंप दी थी.