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बढ़िया पढ़ाने वाले गुरुजी के ट्रांसफर का विरोध करने पर 8 छात्राओं से मारपीट, बीजेपी नेताओं पर लगा आरोप

यह घटना तब घटी जब सीएम माणिक साहा जिले में एक स्कूल बिल्डिंग का उद्घाटन करने गए थे, तभी छात्रों ने अपने प्रिय टीचर के ट्रांसफर के विरोध में सड़क को जाम कर दिया. छात्राओं का आरोप है कि विरोध प्रदर्शन करने पर स्कूल प्रबंधन कमिटी ने उनके साथ मारपीट की जिसके बाद कुछ छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.

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Edited By: India Daily Live
Tripura
Courtesy: social media

Tripura News: उत्तरी त्रिपुरा जिले के धर्मनगर जिले में मंगलवार को एक अध्यापक के ट्रांसफर के विरोध में प्रदर्शन कर रहीं 8 स्कूली छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. आरोप है कि विरोध प्रदर्शन के दौरान स्कूल की प्रबंधन कमिटी ने इन छात्रों को जबरदस्ती विरोध प्रदर्शन से उठाने की कोशिश की और जब ये छात्राएं नहीं उठीं तो इनके साथ कथित तौर पर मारपीट भी की गई जिसके बाद इनकी तबीयत बिगड़ गई.

स्कूल बिल्डिंग का उद्घाटन करने आए थे सीएम

यह घटना तब घटी जब मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा, जिनके पास शिक्षा विभाग भी है, जिले में एक नवनिर्मित स्कूल बिल्डिंग का उद्घाटन करने आए हुए थे. कहा जा रहा है कि स्कूल प्रबंधन कमिटी के सदस्यों में स्थानीय भारतीय जनता पार्टी के नेता शामिल थे, हालांकि भगवा पार्टी ने इस मामले से खुद को यह कहते हुए अलग कर लिया कि उन्हें इस घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है और अगर बच्चों का शोषण किया गया है तो बिना किसी भेदभाव के आरोपियों के खिलाफ कानून के अनुसार कठिन कार्रवाई की जाएगी.

प्रिय टीचर के ट्रांसफर का कर रहे थे विरोध

यह विरोध प्रदर्शन जिबन त्रिपुरा हायर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित किया गया. रिपोर्ट के मुताबिक, तीन महीने पहले स्कूल ज्वॉइन करने वाले अध्यापक ब्रजलाल नाथ का हाल ही में ट्रांसफर कर दिया गया, जिससे छात्र काफी नाराज थे. छात्रों का कहना है कि वह काफी अच्छा पढ़ाते थे, जिससे उन्हें पढ़ाई में मदद मिलती थी. स्कूल में पढ़ाने के अलावा नाथ छात्रों को फ्री में ऑनलाइन क्लास भी देते थे और उनकी सारी समस्यों को सुलझाते थे.

गुस्साए छात्रों ने मंगलवार को धर्मनगर-कैलाशहर मार्ग को जाम कर दिया और अध्यापक के ट्रांसफर को रद्द किए जाने की मांग करने लगे. पीड़ित एक छात्र ने कहा, 'हम चाहते थे कि हमारे टीचर हमें फिर से पढ़ाएं. हम इसकी मांग कर रहे थे तभी कुछ लोग आए और हमारे साथ मारपीट की. उन्होंने हम पर हाथ भी उठाया.' छात्रों ने कुछ लोगों का नाम भी बताया, जिनके बारे में उन्होंने कहा कि वे स्कूल प्रबंधन कमिटी के सदस्य थे. छात्रों ने कहा कि इन लोगों ने उन्हें गालियां दी और उनके साथ मारपीट की.

छात्राओं की बिगड़ी तबीयत

इस कथित मारपीट के बाद 8 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई जिसके बाद उन्हें धर्मनगर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. कुछ छात्रों ने कहा कि वे बेहोश हो गए थे जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया. इलाज के बाद छात्रों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.

शख्स ने किया आरोपों का खंडन

छात्रों से मारपीट करने के आरोपी एक शख्स ने बताया कि उन पर लगे आरोप झूठे हैं. उन्होंने कहा कि वे घटना स्थल पर स्थिति को संभालने के लिए गए थे. उन्होंने दावा किया कि छात्र भीषण गर्मी में आधे घंटे तक रोड पर खड़े रहे जिसके बाद उनमें से कुछ छात्र बेहोश हो गए. इस घटना को लेकर त्रिपुरा पुलिस ने कहा कि अभी उन्हें इस मामले में अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है.

क्या बोले बीजेपी प्रवक्ता

वहीं बीजेपी के प्रवक्ता नबेंदु भट्टाचार्य ने कहा कि उनकी पार्टी को इस घटना के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा, 'अगर ऐसी कोई घटना घटी है और बच्चियों के साथ मारपीट हुई है तो मुझे लगता है कि उन्हें पुलिस के पास जाना चाहिए. पुलिस कानून के मुताबिक एक्शन लेगी भले ही आरोपी किसी भी पार्टी से जुड़े हुए क्यों न हों.'