फ्री हेयर ट्रीटमेंट पड़ा भारी, संगरूर में हेयर ट्रीटमेंट कैंप से 65 लोग बीमार; आंखों में जलन और दर्द की शिकायत

संगरूर में एक हेयर ट्रीटमेंट कैंप के बाद 65 लोग आंखों में जलन और लालिमा की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचे. इस कैंप में बाल झड़ने की समस्या का हल बताया गया था, लेकिन इलाज में इस्तेमाल तेल से आंखों में दिक्कत हो गई.

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Sangrur Free Hair Treatment Camp: संगरूर के काली देवी मंदिर में रविवार को आयोजित एक मुफ्त हेयर ट्रीटमेंट कैंप में भाग लेने वाले 65 से ज्यादा लोगों को आंखों में जलन और दर्द की शिकायत होने लगी. इन सभी को स्थानीय सिविल अस्पताल के आउट पेशेंट विभाग (OPD) में इलाज के लिए भर्ती किया गया. सिविल सर्जन डॉ.

संजय कामरा ने सोमवार को इस घटना की जानकारी दी. इस कैंप का दावा था कि यह बाल झड़ने की समस्या का समाधान करेगा, लेकिन इसके उलट, कैंप में दिए गए तेल को लगाने और बाद में धोने के बाद लोगों की आंखों में जलन, दर्द और लालिमा हो गई.

इस कैंप में करीब 1,000 लोग शामिल हुए

डॉ. कामरा ने बताया कि इस कैंप को आयोजित करने के लिए स्थानीय प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई थी, जबकि इसमें करीब 1,000 लोग शामिल हुए थे. उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए एक टीम बनाई गई है, जो यह पता लगाएगी कि बिना अनुमति के यह कैंप किसने और कैसे आयोजित किया. वहीं, संगरूर के एक निजी नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. वैभव मित्तल ने बताया कि सोमवार सुबह से उन्होंने 40 मरीजों की जांच की, जिनकी आंखों में जलन और दर्द की समस्या थी.

DCP संजीव सिंगला ने बताया

इस मामले में पुलिस ने भी कहा कि कैंप के लिए कोई अनुमति नहीं दी गई थी. विशेष शाखा के डीएसपी संजीव सिंगला ने बताया कि अजीत नगर, संगरूर के रहने वाले सुखवीर सिंह की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है. यह मामला भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 124 (तेजाब आदि के उपयोग से गंभीर चोट पहुंचाने) और ड्रग एंड मैजिक रेमेडीज एक्ट के तहत दर्ज किया गया है.

इस केस में संगरूर के जेपी कॉलोनी निवासी अधिवक्ता तेजिंदर पाल सिंह और लुधियाना जिले के पायल तहसील के बिलासपुर गांव के रहने वाले नाई अमनदीप सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस कैंप में उपयोग किया गया तेल किस प्रकार का था और इससे लोगों की आंखों को नुकसान क्यों पहुंचा.