'मैं पाकिस्तानी मुस्लिम हूं', US में रहने दो', 26/11 का गुनहगार तहव्वुर राणा भारत आने से बचने के लिए किसके सामने गिड़गिड़ाया?
26/11 मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा ने स्वास्थ्य संबंधी खतरों और यातनाओं का हवाला देते हुए भारत में अपने प्रत्यर्पण की अपील की है.
Tahawwur Rana Extradition to India: 26/11 मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा ने स्वास्थ्य संबंधी खतरों और यातनाओं का हवाला देते हुए भारत में अपने प्रत्यर्पण की अपील की है. पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक राणा को प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का समर्थन करने के लिए अमेरिका में दोषी ठहराया गया था.
वह मुंबई हमलों में कथित भूमिका के लिए राणा का नाम सामने आया था, जिसमें 174 से अधिक लोग मारे गए थे. भारत लंबे समय से उसके प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है.
तहव्वुर राणा भारत वापस जाएगा: ट्रंप
हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले महीने व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राणा के भारत प्रत्यर्पण की पुष्टि की थी. उन्होंने कहा, "तहव्वुर राणा भारत वापस जाएगा, जहां उसे न्याय का सामना करना पड़ेगा." पीएम मोदी ने भी इस कदम के लिए ट्रंप का आभार जताया था.
प्रताड़ित किए जाने के जोखिम का दिया हवाला
हालांकि, राणा ने अब अपने प्रत्यर्पण को रोकने के लिए अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है, जिसमें उसने भारत में प्रताड़ित किए जाने के जोखिम का हवाला दिया है. उसने अपने प्रत्यर्पण को रोकने के लिए धर्म, पाकिस्तानी मूल और मानवाधिकार रिपोर्ट का भी हवाला दिया है.
'मुझे बहुत अधिक यातनाएं दी जाएंगी'
राणा ने कहा कि वह एक "चलता-फिरता टाइम बम" है, जिसमें कई समस्याएं हैं, जिनमें धमनी से संबंधित रोग, पार्किंसंस रोग और शायद कैंसर शामिल हैं. उसने कहा, "मुझे बहुत अधिक यातनाएं दी जाएंगी, क्योंकि मैं पाकिस्तानी मूल का मुसलमान हूं."
भारत राणा के प्रत्यर्पण की तैयारी कर रहा है
ट्रंप की घोषणा के बाद, सरकारी सूत्रों ने कहा कि उसे कुछ ही हफ्तों में भारत लाया जा सकता है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा, "हमारी जेलें राणा के लिए तैयार हैं. हमने अजमल कसाब को रखा है, इसलिए यहां कोई सुरक्षा खतरा नहीं है."