Delhi News: हादसों पर हादसों के बाद भी दिल्ली के हालात सुधर नहीं रहे हैं. 31 जुलाई की शाम हो हुई तेज बारिश के कारण पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर इलाके में जलभराव वाली सड़क पर निर्माणाधीन नाले में गिरकर एक बच्चा और उसकी मां की मौत हो गई थी. दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले में दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) को कड़ी फटकार लगाई थी लेकिन लगता है कोर्ट की फटकार का डीडीए के अधिकारियों पर कोई असर नहीं हो रहा है.
शुक्रवार को फिर गई एक बच्चे की जान
शुक्रवार को दिल्ली में फिर से ऐसा ही हादसा हो गया. दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में एक 15 साल के बच्चे की डूबने से मौत हो गई. यह घटना दोपहर के आसपास की बताई जा रही है जब इलाके में तेज बारिश हुई. लड़का खेल रहा था और पानी का बहाव बहुत ज्यादा था. लड़के की लाश कुछ ही दूरी पर मिली. पुलिस ने इस घटना की जानकारी दी.
A 15-year-old boy died due to drowning in Delhi's Chanakyapuri area. This incident happened at around noon when it was raining heavily. This boy was playing and the flow of water was very fast. After going some distance, the body of the boy was found: Delhi Police
— ANI (@ANI) August 23, 2024
पुलिस ने बताया कि सौरभ अपने कुछ दोस्तों के साथ ब्रिटिश स्कूल के पास खेल रहा था, उसी दौरान वह गहरे पानी में चला गया और डूब गया. उसके दोस्तों ने तुरंत इसकी जानकारी उसके परिजनों को दी. परिजन तुरंत सौरभ को पानी से बाहर निकालकर उसे अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. सौरभ इलाके के विवेकानंद कैंप में अपने परिवार संग रहता था.
हाई कोर्ट की फटकार के बाद भी नहीं सुधर रहे हालात
इससे पहले दिल्ली हाई कोर्ट ने 31 जुलाई की घटना पर डीडीए को कड़ी फटकार लगाई थी. कोर्ट ने कहा था कि डीडीए के अधिकारी ठेकेद्वारा द्वारा किए गए काम का निरीक्षण नहीं कर रहे हैं और बिना देखे ही काम पूरा होने का प्रमाणपत्र जारी कर रहे हैं. कोर्ट ने कहा की गाजीपुर इलाके में ठेकेदार ने नाले के एक हिस्से को खुला छोड़ दिया जिसमें डूबकर मां-बेटे की मौत हो गई.
हादसों की राजधानी बनी दिल्ली
दिल्ली में जलभराव और इससे होने वाले हादसे आम हो गए हैं. तमाम कोशिशों के बाद भी दिल्ली में जलभराव की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. मानसून में कमोबेश हर बार यही स्थिति देखने को मिलती है. कुछ दिन पहले दिल्ली के ओल्ड राजेंद्रनगर इलाके में भारी बारिश के बाद एक कोचिंग सेंटर में पानी भरने से तीन बच्चों की मौत हो गई थी.