महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी (AAP) के 15 उम्मीदवारों ने आगामी चुनावों में 'धनुष-बाण' चुनाव चिह्न की मांग की थी, लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया. शिंदे ने यह बयान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिया, जहां उन्होंने पार्टी के चुनावी रणनीतियों और उम्मीदवारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
"धनुष-बाण" चुनाव चिह्न की मांग पर प्रतिक्रिया:
मुख्यमंत्री शिंदे ने स्पष्ट करते हुए कहा, "आम आदमी पार्टी के 15 उम्मीदवारों ने मुझसे 'धनुष-बाण' चुनाव चिह्न की मांग की थी, लेकिन मैंने इसे खारिज कर दिया. यह चिह्न हमारी पार्टी की पहचान है, और इसे किसी अन्य पार्टी को देने का सवाल ही नहीं उठता." शिंदे ने कहा कि यह चुनाव चिह्न शिवसेना पार्टी के लिए हमेशा से सम्मान और संघर्ष का प्रतीक रहा है, और वे इसे किसी के साथ साझा नहीं करेंगे.
आम आदमी पार्टी की स्थिति:
इस बीच, आम आदमी पार्टी के नेताओं ने मुख्यमंत्री शिंदे के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. आप के नेताओं का कहना है कि शिंदे का यह बयान सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए दिया गया है, और उन्होंने इसे राजनीति से प्रेरित एक बयान बताया. आप के एक प्रवक्ता ने कहा, "हमारे उम्मीदवारों ने 'धनुष-बाण' चुनाव चिह्न की मांग नहीं की थी, यह सिर्फ एक झूठी बात है."
शिंदे का चुनावी विचार:
मुख्यमंत्री शिंदे ने आगामी चुनावों के लिए अपनी पार्टी की रणनीति भी साझा की. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र में प्रगति, विकास और लोगों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है, और वे चुनावों में हर एक मतदाता के समर्थन के लिए काम करेंगे. शिंदे ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में राज्य में कई महत्वपूर्ण योजनाओं और विकास परियोजनाओं की शुरुआत की है, जो राज्य की समृद्धि में योगदान दे रही हैं.
शिंदे का यह बयान राज्य में आगामी चुनावों को लेकर बढ़ती राजनीतिक सक्रियता का संकेत है. 'धनुष-बाण' चुनाव चिह्न पर विवाद और मुख्यमंत्री शिंदे की प्रतिक्रिया ने चुनावी माहौल को और भी गरम कर दिया है. यह देखना अब दिलचस्प होगा कि आगे चलकर इस मुद्दे पर और क्या घटनाएँ घटती हैं.