10 important points of PM Modi's speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता पक्ष की ओर से ‘मोदी, मोदी’ के नारे और विपक्ष के विरोध के बीच लोकसभा में राष्ट्रपति के धन्यवाद प्रस्ताव पर अपना जवाब देना शुरू किया. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने आज संसदीय बैठक की, जिसमें पीएम मोदी ने एनडीए सांसदों को संसद के नियमों और परंपराओं का पालन करने का निर्देश दिया.
मणिपुर के लिए न्याय की मांग करते हुए विपक्ष सदन के वेल में आ गया, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना भाषण जारी रखे हुए थे. विपक्ष ने 'तानाशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी' जैसे नारे लगाते हुए मणिपुर पर चर्चा की मांग को लेकर अपना विरोध जारी रखा, जिससे मोदी को अपना भाषण कुछ देर के लिए रोकना पड़ा, क्योंकि स्पीकर ओम बिरला ने सदन में व्यवस्था बहाल करने का असफल प्रयास किया.
इस बीच, राहुल गांधी ने मंगलवार को लोकसभा के रिकॉर्ड से अपने भाषण के कई हिस्सों को हटाए जाने के बारे में स्पीकर ओम बिरला को संबोधित एक पत्र में अपनी हैरानी और निराशा व्यक्त की. यह पत्र गांधी द्वारा 1 जुलाई, 2024 को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला करने के एक दिन बाद लिखा गया था. उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भी पत्र लिखकर कहा कि उनके विचारपूर्ण टिप्पणियों को रिकॉर्ड से हटाना संसदीय लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है और उन्हें बहाल किया जाना चाहिए.
1. प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार चुनकर आए सांसदों की तारीफ: प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार चुनकर आए सांसदों का सदन में स्वागत किया और सदन में उनके शिष्टाचार की सराहना की. उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष किया जो पिछले दो दिनों से विरोध प्रदर्शन और नारे लगा रहा है.
2. दुनिया के सबसे बड़े चुनाव में लोगों ने हमें चुना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने "दुनिया के सबसे बड़े चुनाव" में अपनी पार्टी और एनडीए की जीत की सराहना की. उन्होंने कहा, "मैं कुछ (विपक्ष) लोगों का दर्द समझता हूं कि झूठ फैलाने की उनकी पूरी कोशिशों के बावजूद उन्हें हार का सामना करना पड़ा. लोगों ने हमें तीसरी बार चुना, यह गर्व की बात है."
3. 'पहले देश पहले भारत' ही हमारी शान: प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के जवाब में कहा कि भारत पहले केंद्र की नीतियों और शासन की कुंजी है. उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ एनडीए सरकार की लड़ाई पर प्रकाश डाला, साथ ही 'सबका साथ, सबका विकास' का नारा दोहराया.
4. जीरो-टॉलरेंस की पॉलिसी ने हमें बचाया: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'भ्रष्टाचार के प्रति हमारी जीरो टॉलरेंस नीति के लिए देश ने हमें आशीर्वाद दिया है. आज दुनिया भर में भारत की साख बढ़ी है. हमारी हर नीति, हर निर्णय, हर कार्य का एकमात्र उद्देश्य पहले भारत के टारगेट के तहत रहा है.'
5. हम पूरा करेंगे विकसित भारत का संकल्प: प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में कहा, "मैं देशवासियों को आश्वस्त करता हूं कि हमने विकसित भारत का संकल्प लिया है और हम उस संकल्प को पूरा करने के लिए प्रयास करेंगे और हम इसे पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ करेंगे और हम इस संकल्प को पूरा करने के लिए अपने समय का हर पल खपा देंगे."
6. 2014 में निराशा की गहराइयों में था देश: पीएम मोदी ने कहा,'अगर हम 2014 के उन दिनों को याद करें तो हमें लगेगा कि हमारे देश के लोगों ने अपना आत्मविश्वास खो दिया था. देश निराशा की गर्त में डूब गया था. ऐसे समय में, 2014 से पहले, देश को सबसे बड़ा नुकसान, देशवासियों के आत्मविश्वास का खोना हुआ था और जब विश्वास और आत्मविश्वास खो जाता है, तो व्यक्ति, समाज, देश के लिए खड़ा होना मुश्किल हो जाता है.'
7. 2014 के बाद का हिंदुस्तान अब घर में घुसकर मारता है: प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में कहा, '2014 से पहले एक समय था जब आतंकवादी जहां चाहें वहां आकर हमला कर सकते थे. निर्दोष लोग मारे जाते थे, भारत के हर कोने को निशाना बनाया जाता था और सरकारें चुपचाप बैठी रहती थीं. 2014 के बाद, हिंदुस्तान घर में घुसकर मारता है.'
8. कांग्रेस के कार्यकाल में घोटालों, आतंकवाद पर साधा निशाना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,'2014 से पहले एक समय था जब कोयला घोटाले ने कई लोगों के हाथ काले कर दिए थे. एक समय था जब फोन बैंकिंग के ज़रिए घोटाले होते थे. 2014 के बाद नीतियां बदल गईं, काम की गति बदल गई. आज भारत के बैंक सबसे ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं. 2014 से पहले एक समय था जब आतंकवादी अपनी मर्जी से हमला कर सकते थे. सरकारें कुछ नहीं करती थीं और कुछ नहीं कहती थीं. आज हिंदुस्तान घर में घुसकर मारता है. सर्जिकल स्ट्राइक करता है, एयर स्ट्राइक करता है और आतंकवादियों के आकाओं को सबक सिखाता है. आज हर नागरिक जानता है कि भारत अपनी सुरक्षा के लिए कुछ भी कर सकता है.'
9. आर्टिकल 370 ने लोगों से छीना था उनका अधिकार: अपनी सरकार के कार्यों और योजनाओं की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर भी रोशनी डाली कि विपक्ष जम्मू-कश्मीर में संविधान नहीं ला सका, उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 ने लोगों के अधिकार छीन लिए थे.
उन्होंने कहा, 'जो लोग अब संविधान के साथ नाच रहे हैं, उन्होंने इसे वहां लागू करने की हिम्मत नहीं की. सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी की गई. लोगों ने कहा कि कुछ नहीं हो सकता. अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद, पत्थरबाजी बंद हो गई है. लोग भारत के संविधान, झंडे और लोकतंत्र पर भरोसा कर रहे हैं और बड़ी संख्या में मतदान कर रहे हैं.'
10. कांग्रेस को विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए के तीसरे कार्यकाल को ऐतिहासिक उपलब्धि बताया. उन्होंने कहा, 'आजादी के बाद यह दूसरी बार हुआ है और 60 साल बाद. यह दर्शाता है कि इस उपलब्धि के लिए कितनी मेहनत की जरूरत है. यह राजनीति करके नहीं बल्कि जनता के आशीर्वाद से हासिल होता है. हमें स्थिरता और निर्णायक काम के लिए जनादेश मिला है.'
उन्होंने आगे कहा, 'लोकसभा चुनाव के साथ-साथ चार राज्यों के चुनाव भी हुए. चारों राज्यों में एनडीए को अभूतपूर्व सफलता मिली. महाप्रभु जगन्नाथ की धरती ओडिशा ने हमें आशीर्वाद दिया है. आंध्र प्रदेश में एनडीए ने क्लीन स्वीप किया है. अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में एनडीए की वापसी हुई है. छह महीने पहले हमने राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ में जीत हासिल की थी.'
इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर शोले फिल्म के डॉयलाग का सहारा लेकर तंज कसा तो साथ ही कांग्रेस को पैरासाइट भी बताया और कहा कि 2024 के बाद से इसे परजीवी कांग्रेस कहा जाएगा. पीएम मोदी ने कांग्रेस के चुनावी आंकड़ों का ब्यौरा देते हुए विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि वो उन्हें पैरासाइट कहने के पीछे का कारण बता रहे हैं, न कि बस कुछ भी कह कर चले जा रहे हैं. पीएम मोदी ने कांग्रेस पर नफरत फैलानी वाली पार्टी होने का आरोप भी लगाया.