World Cancer Day 2025: टीवी की जानी मानी एक्ट्रेस हिना खान ने जब फैंस को बताया कि वो स्टेज 3 ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही हैं तो हर कोई हैरान रह गया. ये रिश्ता क्या कहलाता है के लिए मशहूर अभिनेत्री तब से अपने कैंसर की लड़ाई के बारे में मुखर रही हैं.
हिना ने अपने कठिन समय के दौरान अपने सकारात्मक रवैये से बहुत से लोगों को प्रेरित किया है. आज विश्व कैंसर दिवस 2025 पर, टेलीविजन अभिनेत्री ने खुलासा किया कि वह अक्सर सार्वजनिक डोमेन में कैंसर से अपनी लड़ाई के बारे में क्यों बात करती हैं.
मिड-डे के साथ एक साक्षात्कार में, हिना खान ने अपने जीवन के कठिन दौर के दौरान सकारात्मक बने रहने के बारे में बात की. अभिनेत्री को लगता है कि किसी के भाग्य में जो लिखा है उसे बदला नहीं जा सकता. हालांकि उसे दर्द से गुजरना पड़ा है, लेकिन वह इससे बाहर आने के लिए 100% देने का इरादा रखती है. 'मैं रोऊंगी नहीं, मैं नकारात्मक नहीं रहूंगी, और मैं केवल और केवल सकारात्मक बातें करूंगी'.
साल 2025 आ चुका है. ऐसे में कैंसर के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ये कैंसर कम उम्र के लोगों को तेजी से अपना शिकार बना रहा है. पिछले कुछ वर्षों में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं रही, बल्कि युवा और कम उम्र के लोगों में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. यह प्रवृत्ति स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए चिंता का विषय बन चुकी है. आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? आइए, जानते हैं इसकी संभावित वजहें.
बीएमजे ऑन्कोलॉजी ने हाल ही में एक रिपोर्ट पेश किया था जिसके अनुसार 1990 से 2019 के बीच पूरी दुनिया में 50 साल से कम उम्र के लोगों में कैंसर के 79% मामलों में इजाफा हुआ है. इसी उम्र के लोगों में 28% मरीज अपनी जान खो बैठते हैं. इस रिसर्च के अनुसार बीते साल 2024 की बात करें तो एक दो नहीं 29 तरह के कैंसर का विश्लेषण किया गया.
लैंसेट पब्लिक हेल्थ की रिपोर्ट भी कुछ यही कहती है. जिसके अनुसार अनमेरिका में हर वर्ग के लोगों में 17 तरह के कैंसर का पता चला है. खास कर ऐसे लोग जिनकी जन्म 1965 से 1996 के बीच हुआ है.
1. बदलती लाइफस्टाइल और खान-पान
आजकल की अस्वस्थ जीवनशैली कैंसर के मामलों में वृद्धि का एक प्रमुख कारण मानी जा रही है;
2. मोटापा और शारीरिक गतिविधि की कमी
अनियमित दिनचर्या और बैठे रहने की आदत (Sedentary Lifestyle) के कारण मोटापा बढ़ रहा है, जिससे कई तरह के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. खासतौर पर ब्रेस्ट कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर (आंतों का कैंसर) और लिवर कैंसर का खतरा बढ़ सकता है.
3. जेनेटिक और हॉर्मोनल असंतुलन
कुछ मामलों में पारिवारिक इतिहास भी कैंसर का कारण बन सकता है. युवाओं में हार्मोनल असंतुलन (जैसे एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन का असंतुलित स्तर) भी कुछ कैंसर का कारण बन सकता है.
4. पर्यावरणीय प्रदूषण और टॉक्सिन्स
वायु प्रदूषण और जहरीले रसायन शरीर में कैंसरजनक प्रभाव डाल सकते हैं. प्लास्टिक के अधिक उपयोग से शरीर में हानिकारक केमिकल प्रवेश कर सकते हैं, जो कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं.
5. स्ट्रेस और मानसिक स्वास्थ्य पर असर
लगातार मानसिक तनाव, डिप्रेशन और चिंता शरीर की इम्यूनिटी कमजोर कर सकते हैं, जिससे कैंसर सेल्स तेजी से पनप सकते हैं. नींद की कमी और अनियमित शेड्यूल भी कैंसर की एक बड़ी वजह बन सकते हैं.
स्वस्थ आहार लें: हरी सब्जियां, फल, नट्स और ऑर्गेनिक फूड को प्राथमिकता दें.
नियमित व्यायाम करें: योग, वॉकिंग, रनिंग या जिम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें.
शराब और तंबाकू से बचें: ये कैंसर के सबसे बड़े कारणों में से एक हैं.
स्ट्रेस कम करें: मेडिटेशन और ध्यान से मानसिक स्वास्थ्य सुधारें.
नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं: समय-समय पर कैंसर स्क्रीनिंग कराना जरूरी है.
कैंसर अब सिर्फ उम्रदराज लोगों की बीमारी नहीं रह गई है, बल्कि युवाओं में भी तेजी से फैल रही है. इसका प्रमुख कारण बदलती जीवनशैली, अस्वस्थ खान-पान, मोटापा, प्रदूषण और तनाव है. लेकिन सतर्कता, हेल्दी लाइफस्टाइल और समय पर जांच से इस गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है.